पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता एल के आडवाणी ने बुधवार को उन्हें अपनी सबसे करीबी सहकर्मियों में से एक बताया जो भाजपा के सबसे लोकप्रिय एवं प्रतिष्ठित चेहरों में शुमार हुईं और ‘महिला नेताओं के लिए प्रेरणास्रोत’ बनीं. इस दौरान आडवाणी रो पड़े, इस दौरान उनकी बेटी प्रतिभा आडवाणी भी साथ थीं. प्रतिभा भी सुषमा की बेटी बांसुरी को देखकर अपने आंसू नहीं रोक पाईं. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) को श्रद्धांजलि देते हुए भावुक हो गए थे.
आडवाणी ने उन्हें याद करते हुए बताया कि एक भी ऐसा साल नहीं रहा, जब वह उनके जन्मदिन पर उनका पसंदीदा चॉकलेट केक लाना भूली हो. आडवाणी ने एक बयान में कहा कि स्वराज उन लोगों में से थीं जिन्हें वह भारतीय जनता पार्टी में उनकी ‘‘शानदार पारी” की शुरुआत से जानते हैं और उनके साथ काम कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि वह एक होनहार युवा कार्यकर्ता थीं जिसे उन्होंने अपनी टीम में शामिल किया था.
91 वर्षीय नेता ने कहा, ‘‘इतने वर्षों में वह हमारी पार्टी के सबसे लोकप्रिय और प्रतिष्ठित नेताओं में से एक बनीं, महिला नेताओं के लिए प्रेरणास्रोत बनीं. मैं अक्सर एक तेजस्वी वक्ता के तौर पर घटनाओं को याद रखने और पूरी स्पष्टता तथा वाक्पटुता के साथ उन्हें पेश करने की उनकी काबिलियत का कायल हो जाता था.’ स्वराज का मंगलवार रात को दिल का दौरा पड़ने से 67 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उन्हें आडवाणी के सबसे करीबी लोगों में से एक माना जाता था. उन्होंने कहा कि वह अपनी एक सबसे करीबी सहयोगी के असामयिक निधन से काफी शोकाकुल हैं.
उन्होंने कहा कि देश ने एक असाधारण नेता को खो दिया. उन्होंने कहा कि यह उनके लिए अपूरणीय क्षति है. आडवाणी ने कहा, ‘‘सुषमा जी एक बहुत अच्छी इंसान भी थीं. उन्होंने अपने मित्रवत और करुणामय स्वभाव से हर किसी को अभिभूत किया. मुझे एक भी ऐसा साल याद नहीं है जब वह मेरे जन्मदिन पर मेरा पसंदीदा चॉकलेट केक लाना भूली हों