एमपी नगर जोन-1 और जोन-2 में पटरी किनारे नगर निगम द्वारा गुमठी लगाने के विरोध के बाद अब पश्चिम मध्य रेलवे ने अतिक्रमण रोकने के लिए बाउंड्रीवॉल बनाने काम शुरू कर दिया है। जोन-1 की तरफ से बाउंड्रीवॉल बनाने काम शुरू हो गया है, करीब एक किमी लंबी बाउंड्रीवॉल जोन-2 के मीरा कॉम्प्लेक्स तक बनाई जाएगी। इसके बनने से रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण नहीं हो सकेगा, ट्रेन से होने वाले हादसे भी कम हो जाएंगे। रेलवे के अफसरों ने जोन-1 से जोन-2 की तरफ पटरी किनारे बनी सड़क के पास से यह बाउंड्रीवॉल बनाने काम शुरू किया है। इसको बनाने में करीब 50 लाख रुपए खर्च आएगा, इसकी ऊंचाई करीब 7 फीट होगी।
अभी रोजाना जोन-2 की तरफ से सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं कोचिंग से निकलने के बाद रेलवे पटरी पार कर गौतम नगर के लिए जाते हैं। कई बार पटरी पार करते समय हादसे हो चुके हैं। रेलवे के अफसरों का कहना है कि निगम द्वारा लगाई जा रहीं गुमठी के चलते भी जमीन पर अतिक्रमण होने का खतरा था, इसलिए यह फैसला लिया गया है। एमपी नगर जोन-1 में जहां से गुमठियां हटाई गई थीं, वहां पर रविवार को निगम के कर्मचारी तार फेंसिंग करने पहुंचे थे, लेकिन व्यापारियों के विरोध के चलते काम रोक दिया गया।
इधर, रविवार को विधायक आरिफ मसूद और नगर निगम कमिश्नर बी विजय दत्ता ने एमपी नगर के आसपास जहां पर गुमठियों को शिफ्ट किया जाना है, वह जगह देखी। इस दौरान विधायक मसूद ने निगम कमिश्नर से कहा कि एमपी नगर को गुमठी मुक्त किया जाए। अभी फिलहाल जिन गुमठियों को शिफ्ट किया जाना है, उनको गणपति होटल के पास बने नाले के बगल में या फिर क्राइम ब्रांच दफ्तर के पास निगम के स्टोर रूम के यहां शिफ्ट किया जाए। इस पर निगम कमिश्नर ने कहा कि दोनों में से जो जगह उचित होगी, वहां पर शिफ्टिंग कर दी जाएगी। कमिश्नर ने बताया कि जहां पर गुमठियों की शिफ्टिंग होना है, जगह देख ली गई है। जल्दी शिफ्टिंग काम शुरू हो जाएगा।