आईएसबीटी स्थित पालीवाल हॉस्पिटल में रविवार सुबह करीब 9 बजे कुछ लागों ने तोड़फोड़ कर दी। रोकने पर अस्पताल के स्टाफ के साथ मारपीट की गई। हंगामा करने वालों ने नर्सों समेत दूसरे महिला स्टाफ से मार-पीटकर कपड़े भी फाड़ दिए और एसिड अटैक की धमकी भी दी।
यही नहीं, अस्पताल का मंदिर और अन्य सामान में तोड़फोड़ भी कर दी। ये लोग एक महिला को लेकर पहुंचे थे। ड्यूटी डॉक्टर ने महिला को मृत बताते हुए इलाज करने से इंकार किया तो परिजन भड़क गए और हंगामा किया। अस्पताल प्रबंधन ने गोविंदपुरा थाने में शिकायत की।
अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक अन्ना नगर निवासी नर्मदी बाई को लेकर उनके परिजन अस्पताल पहुंचे थे। ड्यूटी डॉक्टर ने जांच के बाद परिजनों को बताया कि नर्मदी बाई की मौत हो चुकी है। यह सुनते ही परिजन भड़क गए, उन्होंने दोबारा जांच करने को कहा। डॉक्टर ने दोबारा जांच कर मौत की पुष्टि की। इस पर परिजन भड़क गए और डॉक्टर के साथ झूमाझटकी शुरू कर दी। स्टाफ ने रोकना चाहा तो उन्होंने अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इसकी सूचना गोविंदपुरा थाना पुलिस को दी।
हंगामे के दौरान परिजनों ने दो नर्सों के वीडियो बनाए और फोटो खींचे। स्टाफ का आरोप है कि ये लोग कह रहे थे कि इनके वीडियो बनाओ ताकि जब बाहर निकलें तो या तो इन्हें उठा लेंगे या इन पर एसिड अटैक करेंगे। शाम 7 बजे तक हंगामा करने वालों के खिलाफ एफआईआर नहीं हुई तो करीब 50 डॉक्टर गोविंदपुरा थाना पहुंचे। वे आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग कर रहे थे। इसके बाद पुलिस ने देर शाम एफआईआर दर्ज कर ली।