स्वच्छता के मामले में पिछले वर्ष देश में इंदौर के बाद दूसरे पायदान पर रहा भोपाल पिछले दिनों 19वें नंबर पर खिसक गया. रैंकिंग में आई गिरावट से सकते में आए भोपाल नगर निगम प्रशासन ने आनन-फानन में कार्रवाई शुरू कर दी. पान-गुटखा खाकर गंदगी करने वालों के खिलाफ भोपाल नगर निगम ने इन दिनों बड़ा अभियान छेड़ा है.
भोपाल नगर निगम की टीम ने सड़क और सार्वजनिक जगहों पर थूकने के लिए करीब 1 हजार लोगों को पकड़ा और इनसे मोटा जुर्माना भी वसूला है. निगम अधिकारियों के मुताबिक कार्रवाई के दौरान निगम की टीम ने करीब 332 लोगों से 63 हज़ार रुपये का ऑन द स्पॉट फाइन वसूला है. लोगों को आगे से ऐसा न करने के लिए समझाया भी गया है कि नई गाइडलाइंस के मुताबिक सार्वजनिक जगहों पर गंदगी फैलाना अब जुर्माने की श्रेणी में आ गया है.
बता दें कि नगर निगम वैसे तो इस तरह की कार्रवाई करता आया है, लेकिन ये पहली बार है जब जुर्माने के रूप में इतनी बड़ी रकम वसूली गई है. वहीं निगम ने साफ कर दिया है कि ये मुहिम आगे भी जारी रहेगी और इस दौरान सार्वजानिक स्थानों पर थूकने, खुले में कचरा फेंकने या खुले में शौच करने वालों से इसी तरह जुर्माना वसूला जाएगा.
भोपाल नगर निगम की टीम पर सवाल भी खड़े होने लगे हैं. गौरतलब है कि कार्रवाई के दौरान निगम की टीम ने एक शख्स से सड़क पर ही उठक बैठक लगवाई जिसका वीडियो अब वायरल हो गया है. सवाल उठ रहे हैं कि इसका अधिकार निगम की टीम को किसने दिया?
इसी साल हुए स्वच्छ सर्वेक्षण में भोपाल साफ सफाई के मामले में देशभर में 19वें नंबर पर आया है. हालांकि भोपाल की रैंकिंग में पिछले साल के मुकाबले गिरावट दर्ज की गई है लेकिन इसके बावजूद देश के कई छोटे और बड़े शहरों से भोपाल स्वच्छता के मामले में काफी आगे है. वहीं स्वच्छ सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश के 6 शहरों ने टॉप 20 में अपनी जगह बनाई थी, उनमें से एक भोपाल भी था. भोपाल के अलावा इंदौर, उज्जैन, देवास, खरगोन और नागदा ने भी टॉप 20 में जगह बनाई थी.