कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मंगलवार को घर आकर मिलने का वादा निभाने के लिये, हाल में सामूहिक हत्याकांड के गवाह बने उत्तर प्रदेश के सोनभद्र स्थित उम्भा गांव पहुंची. उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने प्रियंका की इस यात्रा को राजनीतिक स्टंट करार देते हुए कहा कि कांग्रेस महासचिव को सोनभद्र में अपनी ही पार्टी के नेताओं के पूर्व के कृत्यों का पश्चात्ताप करना चाहिये. पूर्वाह्न करीब 10 बजे वाराणसी के लालबहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचीं प्रियंका सड़क मार्ग से उम्भा गांव रवाना हुईं. इस दौरान उन्होंने ट्वीट कर कहा ”चुनार के किले पर मुझसे मिलने आये उम्भा गांव के पीड़ित परिवारों के सदस्यों से मैंने वादा किया था कि मैं उनके गांव आऊंगी। आज मैं उम्भा गांव के बहनों—भाइयों और बच्चों से मिलने, उनका हालचाल सुनने—देखने, उनका संघर्ष साझा करने सोनभद्र जा रही हूं.”
गौरतलब है कि सोनभद्र के घोरावल थाना क्षेत्र स्थित इलाके में 17 जुलाई को जमीन के एक टुकड़े को लेकर हुए संघर्ष में 10 ग्रामीणों की हत्या कर दी गई थी और 28 अन्य घायल हो गए थे. मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने 19 जुलाई को जा रहीं प्रियंका को मिर्जापुर जिला प्रशासन ने बीच में ही रोक लिया था. उनके धरने पर बैठने पर उन्हें हिरासत में ले लिया गया था. बाद में उन्हें चुनार गेस्ट हाउस ले जाया गया था. अगली सुबह गोलीकांड के पीड़ित कुछ परिवारों ने गेस्ट हाउस आकर प्रियंका से मुलाकात की थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के मंत्रियों ने इसे प्रियंका का राजनीतिक स्टंट करार देते हुए उम्भा कांड के लिये कांग्रेस को दोषी ठहराया था.