ऊना। विधायक सतपाल रायजादा के पीएसओ, निजी सचिव और चालक द्वारा नाकेबंदी के दौरान पुलिस कर्मियों पर हमला करना हिमाचल के इतिहास में पहली बार हुआ घटनाक्रम है। इससे पूरा प्रदेश शर्मसार हुआ है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने यह बात लोनिवि के ऊना विश्राम गृह में कही।
सत्ती ने विधायक पर वार करते हुए कहा कि बीते वर्ष डीसी नामक व्यक्ति से जो चिट्टा पकड़ा था, उसमें विधायक का क्या रोल रहा। उन्होंने कहा कि बीते रोज जो पुलिस द्वारा शराब माफिया पकड़ा है अगर उसकी फेसबुक आईडी जांची जाए, तो उसमें हर पल वह व्यक्ति स्थानीय विधायक के साथ नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर 99 प्रतिशत कांग्रेस के लोग खनन माफिया, ड्रग माफिया, शराब माफिया और वन माफिया से जुड़े हैं। इनको कांग्रेस के शीर्ष नेताओं का पूरा संरक्षण है।
अब जयराम सरकार माफियाओं के विरुद्ध जीरो टोलरेंस की नीति अपना कर चली है और उनका खात्मा करना ही सरकार का मुख्य लक्ष्य है। सत्ती ने कहा कि जिला पुलिस प्रशासन जब इन माफियाओं को पकड़ती है तो विधायक रायजादा कभी एसपी तो कभी एसएचओ का घेराव करते हैं। वहीं दूसरी तरफ ढिंढोरा पीट रहे हैं कि वह इन माफियाओं के विरुद्ध आवाज उठाते आए हैं। साफ है कि यही लोग दोगुनी राजनीति कर इन सभी चीजों में संलिप्त है। राणा को दिलाई चुनावों की याद
रायजादा का बचाव करने वाले राजेंद्र राणा को सत्ती ने याद दिलाते हुए कहा कि क्या वे भूल चुके हैं कि जब उनके बेटे की टिकट की बारी आती है तो यही विधायक उनके खिलाफ मोर्चा खोलते हैं। अब राणा उसी विधायक एवं माफियाओं को संरक्षण देने के चक्कर में बचाने की फिराक में है। लेकिन कानून किसी को बख्शने वाला नहीं है। इस मौके पर भाजपा सह मीडिया प्रभारी हरिओम भनोट, भाजपा जिलाध्यक्ष बलवीर बग्गा, जिला महामंत्री यशपाल राणा, जिला मीडिया प्रभारी राज कुमार पठानिया, भाजयुमो सचिव विनय शर्मा, खामोश जैतक सहित अन्य भी मौजूद रहे।