राजधानी शिमला में आज राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया गया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राष्ट्रीय ध्वजारोहण किया। पुलिस, गृह रक्षा, एनसीसी, एनएसएस, इंडियन स्काउट एंड गाइड और आईटीबीपी जवानों की टुकड़ियों ने मार्चपास्ट की सलामी दी। भव्य परेड के बाद होमगार्ड के जवानों की ओर से बैंड डिस्पले भी किया गया। जवानों की ओर से विभिन्न करतब दिखाए गए।
समारोह में पांच जिलों के सांस्कृतिक दल और शहर के विभिन्न स्कूलों के छात्रों की ओर से रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। भव्य परेड आकर्षण का केंद्र रही। भव्य परेड के बाद रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। ऊना, मंडी, कुल्लू, शिमला और किन्नौर जिले से आए सांस्कृतिक दलों की ओर से धाजी, सराजी नाटी, कुल्लवी, ठोडा नृत्य और क्यांग नृत्य पेश किया गया। पोर्टमोर स्कूल की छात्राएं और सेक्रेड हार्ट स्कूल के बच्चों ने रंगारंग प्रस्तुति दी।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए महंगाई भत्ते का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे सरकार के खजाने पर 260 करोड़ का सालाना बोझ पड़ेगा। नौंवीं और दसवीं के बच्चों को मुफ्त किताबें देने का ऐलान भी किया है। प्रदेश के 65 हजार छात्रों को मिलेगी 1500 रुपये तक की किताबें मुफ्त दी जाएंगी।
लोक सेवा आयोग और दूसरे बोर्डों की ओर से की जाने वाली भर्तियों को लेकर भी सीएम जयराम ने बड़ीं घोषणा की। महिलाओं को परीक्षा शुल्क माफ किया गया है। सीएम ने भूतपूर्व सैनिकों की विधवाओं और आश्रितों की सालाना वित्तीय मदद भी दस हजार से बढ़ा कर 20 हजार कर दी है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस भारत की आजादी के लिए लड़ने वाले सेनानियों को याद करने का दिन है। अब कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक भारत एक हुआ है। पीएम मोदी के नेतृत्व में एक देश एक संविधान की परिकल्पना साकार हुई है और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का सपना हुआ पूरा हुआ है।