पुलिस भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े में पकड़े गए आरोपियों पर पुलिस ने धोखाधड़ी के अलावा अन्य कई धाराओं के तहत मामले दर्ज किए हैं। इन धाराओं के चलते आरोपियों को सात साल की कैद के साथ भारी-भरकम जुर्माना भरने की भी सजा हो सकती है। जानकारी के अनुसार पुलिस थाना भवारना में अब तक 24 आरोपियों पर पुलिस भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े के तहत मामले दर्ज हुए हैं। इनमें हरियाणा से 7, उत्तर प्रदेश से 3 और राजस्थान से एक व्यक्ति शामिल है।
इसके अलावा जिला कांगड़ा के 14 युवकों पर भी पुलिस ने पुलिस भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े में संलिप्त पाए जाने पर मामले दर्ज किए हैं। इन युवाओं में एक बैजनाथ, जबकि 13 अन्य जवाली और नूरपुर से संबंध रखने वाले हैं। भवारना थाना में मौजूदा समय में गिरफ्तार इन आरोपियों पर धारा 420, 419 और 120-बी के तहत मामले दर्ज कर छानबीन की जा रही है।
420 : इसके तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। इस धारा के तहत आरोपियों को सात की कैद के अलावा जुर्माना करने का प्रावधान है। 419 : यह धारा अपनी पहचान छिपा कर दूसरे व्यक्ति की पहचान को इस्तेमाल करने के लिए प्रयोग में लाई जाती है। इस धारा के तहत आरोपी को तीन साल की कैद और जुर्माना हो सकता है। 120-बी : इसका प्रयोग दो या इससे अधिक व्यक्तियों की ओर से किसी षड्यंत्र रचने पर किया जाता है। पुलिस भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़ा इसी धारा के तहत आता है। इसके चलते आरोपियों को छह माह तक की सजा और जुर्माने का प्रावधान है।
पुलिस भर्ती परीक्षा फजीवाड़े में पकड़े गए आरोपियों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है। – विमुक्त रंजन, एसपी कांगड़ा कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा में फर्जीवाड़ा होने के बाद अब जिला कांगड़ा में चल रहे सभी कोचिंग सेंटर पुलिस रडार पर आ गए हैं। पुलिस विभाग की दबिश से कोचिंग सेंटर संचालकों में हड़कंप मच गया है। पुलिस विभाग की टीम जिले भर में चल रहे कोचिंग सेंटर के रिकॉर्ड खंगाल रही है, जहां गिरफ्तार किए गए अभ्यर्थियों ने कोचिंग ली थी।
इसके अलावा फर्जीवाड़े में संदिग्ध हर पहलू पर जांच करने के लिए कोचिंग सेंटर में दबिश का दौर जारी है। अभी तक उन कोचिंग सेंटरों में दबिश दी गई, जहां पर गिरफ्तार 14 अभ्यर्थियों ने कोचिंग ली थी। अन्य कोचिंग सेंटर में छानबीन की जा रही है, जहां पर पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा के तैयारियां करवाई जाती हैं। उधर, एसपी विमुक्त रंजन ने कहा कि जिस क्षेत्र के अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है, संबंधित क्षेत्रों की पुलिस कोचिंग सेंटर में रिकॉर्ड जांच रही है। साथ ही शक के आधार पर भी पूछताछ जारी है। छात्रों का रिकॉर्ड न रखने वाले कोचिंग सेंटरों पर पुलिस ने सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है। हालांकि, अभी तक पूरे प्रदेश में कोचिंग सेंटरों पर नियंत्रण रखने के लिए कोई नियम या कानून का प्रावधान नहीं है, लेकिन फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आ गई है।