राजधानी की कमाेबेश हर सड़क उखड़ गई है। जगह-जगह गड्ढे हादसों को निमंत्रण दे रहे हैं। सड़कों से उखड़ी बारीक गिट्टी के कण हवा में उड़कर राहगीरों की आंखों में चुभ रहे हैं। इनमें से ज्यादातर सड़कों पर बारिश के पहले डामर की परत बिछाई गई थी। खास बात यह है कि इन सड़कों के मेंेटेनेंस के नाम पर राजधानी में हर साल 20 कराेड़ रुपए पानी में बहाए जा रहे हैं।
भोपाल में नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, और सीपीए के पास 4600 किलोमीटर से ज्यादा सड़कें हैं। हाल ही में बीआरटीएस का 9 करोड़ रुपए से मेंटेनेंस हुआ है, लेकिन यहां बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। शर्मनाक बात यह है कि अफसर मानने ही तैयार नहीं हैं कि शहर में सड़कें खराब हैं। यदि फोटो देखकर मान भी लें तो कहते हैं कि यह सड़क उनके विभाग की नहीं है।
नगर निगम : मेंटेनेंस बजट- 12 करोड़
- 3879 किमी कुल सड़क
- 800 किमी खराब सड़कें
डामर की खराब सड़क 200 किमी
सीमेंट-कांक्रीट की सड़क150 किमी
कॉलोनी एप्रोच रोड200 किमी
सीमेंट-कांक्रीट भीतरी मार्ग120 किमी
अन्य सड़क130 किमी
पीडब्ल्यूडी : मेंटेनेंस बजट- 3 करोड़
- 531 किमी कुल सड़क
- 50 किमी खराब सड़कें
पेंचवर्क होना है 30 किमी
सड़क का नवीनीकरण 20 किमी
सीपीए : मेंटेनेंस बजट- 5 करोड़
- 132 किमी कुल सड़क
- 16 किमी खराब सड़कें
पेंचवर्क होना है 11 किमी
सड़क का नवीनीकरण 05 किमी