ऊना। जिले में दो दिन भारी बारिश से 14.77 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उपायुक्त संदीप कुमार ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि जिला में सड़कें टूटने से पीडब्ल्यूडी को 4.62 करोड़ की चपत लगी है। आईपीएच की कई योजनाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। इनमें 72 सिंचाई तथा 79 पेयजल योजनाएं शामिल हैं। एक सीवरेज स्कीम को भी क्षति पहुंची है। इससे विभाग को 5.51 करोड़ का नुकसान हुआ है।
स्वां नदी बाढ़ प्रबंधन परियोजना के हरोली सर्किल को 1.48 करोड़ तथा ऊना और गगरेट सर्किल को 2.83 करोड़ का नुकसान हुआ है। डीसी ने बताया कि भारी बारिश से बिजली विभाग की लाइनों को भी क्षति पहुंची है। बिजली विभाग को 27.30 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। इसके अलावा नगर परिषद ऊना को भी 5 लाख का नुकसान उठाना पड़ा है।
3 सड़कें खोलने के प्रयास जारी भारी बारिश और भूस्खलन के चलते जिले में कई सड़कें बाधित हुई थीं। इनमें से अधिकतर को यातायात के लिए खोल दिया है। पीडब्ल्यूडी के बंगाणा उप-मंडल में अभी भी 3 सड़कें बंद हैं। इनमें हंडोला-जगातखाना, सैली-हंडोला, ओलिंडा-बोहरू शामिल हैं। डीसी ने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग जल्द से जल्द इन सड़कों को बहाल करने का प्रयास कर रहा है। मॉनसून से अब तक 94 करोड़ बहेडीसी ने कहा कि मॉनसून के सक्रिय होने के बाद अब तक कुल 94.33 करोड़ की संपत्ति क्षतिग्रस्त हुई है। मॉनसून सीजन में दो पशुओं की मौत बिजली गिरने तथा दो की मौत बाढ़ से हुई है।
अगले 24 घंटों में भी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान जिला ऊना में तेज बारिश की चेतावनी दी है। रविवार को 179.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। उपायुक्त संदीप कुमार ने कहा कि आपदा प्रबंधन के टोल फ्री नंबर 1077 पर मॉनसून सीजन के दौरान कुल 33 कॉल आए। किसी भी आपात स्थिति में उन्होंने लोगों से 1077 पर कॉल करने की अपील की है। साथ ही कहा है कि भारी बारिश से जिला के नदी-नाले उफान पर हैं, ऐसे में इनके किनारे न जाएं। उन्होंने कहा कि आम दिनों की अपेक्षा नालों और खड्डों में जलस्तर काफी ज्यादा है। नदी किनारे जाना खतरनाक साबित हो सकता है, ऐसे में लोग सतर्क रहें