मध्य प्रदेश के सिंगरौली में किसानों की फसल बर्बादी का मामला बढ़ता जा रहा है. दरअसल, एस्सार पावर एमपी लिमिटेड ने आरोप लगाया है कि स्थानीय लोगों को पर्यावरण कार्यकर्ता कंपनी के खिलाफ भड़का रहे हैं. कंपनी ने यह आरोप ऐसे समय में लगाया है जब मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने किसानों की फसल बर्बादी को लेकर एस्सार पावर एमपी लिमिटेड पर जुर्माना लगाया है. एस्सार पावर के मुताबिक सिंगरौली में अतिक्रमण की कोशिश करने वाले लोग कंपनी के खिलाफ लोगों को उकसा रहे हैं. कंपनी का कहना है कि हमारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण के लिए यह साजिश रची जा रही है. इसके साथ ही मीडिया का भी गलत इस्तेमाल हो रहा है.
दरअसल, हाल ही में सिंगरौली में कंपनी के पावर प्लांट की एक दीवार टूटने के कारण कई किसानों की जमीनों पर राख फैल गई थी जिसके बाद उनकी फसल बर्बाद हो गई. यह नुकसान करीब 200 एकड़ जमीन पर हुआ था. वहीं कंपनी का दावा है कि दीवार को कुछ अज्ञात लोगों ने नुकसान पहुंचाया था. इस हादसे के बाद कंपनी ने किसानों के मुआवजे के लिए जिला प्रशासन को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया.
केंद्र और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एक जॉइन्ट टीम ने 11 अगस्त नुकसान का आंकलन करने के लिए इलाके का मुआयना किया था. इसके बाद मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कंपनी पर 10 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा दिया है. वहीं केंद्र और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कंपनी को दीवार की मरम्मत कराने के लिए एस्सार पावर एमपी लिमिटेड को 15 दिन का समय दिया है. इसके अलावा बोर्ड ने जिला प्रशासन को पावर प्लांट की बिजली-पानी सप्लाई भी तुरंत बंद करने के आदेश दिए थे.