हिमाचल में कुदरत का कहर जारी है। शिमला समेत हिमाचल के कई भागों में बादल जमकर बरसे। इससे राज्य में जगह-जगह भूस्खलन से सड़कें ठप हो गई हैं। रामपुर में बादल फटने से व्यापक नुकसान हुआ है।राज्य में भूस्खलन से करीब 250 सड़कें यातायात के लिए बंद पड़ी हैं। राज्य में एक सितंबर तक मौसम खराब बने रहने के आसार हैं। शिमला के रामपुर खंड की अंतिम पंचायत बधाल के जंगल में बादल फटने से व्यापक नुकसान हुआ है।
बादल फटने के बाद आई बाढ़ से नेशनल हाइवे-5 पर बने होटल और खड़ी गाड़ियों को काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं, नेशनल हाईवे-5 यातायात के लिए बंद हो गया है। बताया जा रहा है कि एक छोटी गाड़ी भी गायब है।
जिसका अभी तक पता नहीं चल पाया है। वहीं, चंबा जिले में भारी बारिश से भरमौर और हड़सर के बीच एक पुलिया बह गई है। इस कारण मणिमहेश यात्रा पर रोक दी गई है।
मणिमहेश यात्रा पर आए सैकड़ों श्रद्धालु हड़सर के पास फंसे हैं। रविवार देर रात हुई मूसलाधार बारिश से भरमौर- मणिमहेश मार्ग पर परनाला के पास पुलिया बह गई। इसकी वजह से रास्ता बंद हो गया। इसके चलते श्रद्धालुओं ने पूरी रात बारिश में भीगकर काटी।कांगड़ा जिले में भूस्खलन से पालमपुर-कंडी सड़क यातायात के लिए बंद हो गई है। इसके चलते सड़क के दोनों तरफ बड़ी संख्या में वाहन फंसे हुए हैं। जिले में भूस्खलन से कई अन्य सड़कें भी बाधित हैं।
भारी बारिश से कांगड़ा जिले की मंद खड्ड भी उफान पर है। गांव के लोगों को जान जोखिम में डालकर खड्ड को पार करना पड़ रहा है। विशेषकर स्कूली बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।कुल्लू जिले में भी बारिश का कहर जारी है। जिले की सैंज घाटी के पागल नाला तड़के दो बजे से बंद है। नाले में बाढ़ आने से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। इसके चलते वाहनों की आवाजाही बंद है