देश के बड़े हिस्से में बारिश का कहर जारी है. देश भर के कई इलाकों में अभी भी बाढ़ के हालात हैं. खासकर मध्यप्रदेश के कई जिलों में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. रायसेन में भारी बारिश से पूरा शहर तालाब में तब्दील हो गया है, जबकि सागर में तो 10 दिनों से बारिश थमी ही नहीं है. इसके अलावा राजस्थान, गुजरात और उत्तराखंड के कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई है.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित राज्य के कई हिस्सों में मंगलवार की सुबह से आसमान पर बादल छाने से मौसम सुहावना है. वहीं, मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में राज्य के कई हिस्सों में सामान्य से भारी बारिश की संभावना जताई है. राज्य में मानसूनी बारिश का दौर जारी है. मंगलवार की सुबह से आसमान पर बादल छाए हुए हैं और कई हिस्सों में बौछारें भी पड़ रही हैं. मानसून की सक्रियता के चलते राज्य का मौसम सुहावना बना हुआ है.
मौसम विभाग की मानें तो राज्य में आगामी 24 घंटों में बारिश का क्रम बने रहने के आसार हैं, कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं तो कहीं भारी बारिश होने की संभावना है. बीते 24 घंटों के दौरान धार में 60.9 मिलीमीटर, होशंगाबाद में 56 मिलीमीटर, छिंदवाड़ा में 90 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. उधर पंजाब के 300 गांव सतलुज नदी में आई बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. इनमें से अधिकांश रोपड़, जालंधर और फिरोजपुर जिलों में हैं. बाढ़ से हजारों एकड़ फसल नष्ट हो गई है और हजारों ग्रामीणों को छत पर सोने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
मानसून ने इस साल एक सप्ताह विलंब से दस्तक दिया और शुरू में इसकी चाल भी काफी सुस्त रही लेकिन इस महीने में मानसून इस कदर मेहरबान हुआ है कि अगस्त महीने में बारिश का पिछले 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया. निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट की रविवार की एक रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले अगस्त महीने में मानसून का अच्छा प्रदर्शन 2012 और 2010 में रहा जब सामान्य से क्रमश: एक फीसदी और दो फीसदी अधिक बारिश हुई. इसके बाद से लेकर 2018 तक अगस्त महीने में सामान्य से कम बारिश हुई.