स्मार्ट सिटी के तहत जयरामपुर कॉलोनी से गोराकुंड चौराहा तक की सड़क पर तोड़फोड़ की कार्रवाई लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी है। बुधवार को नगर निगम ने जयरामपुर कॉलोनी से लेकर छत्रीबाग और दरगाह चौराहा तक 150 मकान-दुकान को तोड़ा था। वहीं गुरुवार को दरगाह चौराहा से नरसिंह बाजार तक तोड़फोड़ की जा रही है।
जयरामपुर कॉलोनी से गोराकुंड की 1.2 किलोमीटर लंबी सड़क वर्तमान में 40 फीट चौड़ी है। इस सड़क के दोनों और लोगों के वैध मकान व दुकान बने हैं जिसे नगर निगम द्वारा ही स्वीकृत किया गया था और उनकी रजिस्ट्री भी लोगों के पास है। लेकिन बाद में इस सड़क को स्मार्ट सिटी के तहत ले लिया गया और इसकी चौड़ाई 40 फीट से बढ़ाकर 60 फीट कर दी। इसके चलते सड़क के दोनो तरफ 10 से 15 फीट तक मकान और दुकानों को तोड़ा जा रहा है। कुल 300 मकानों और दुकानों को तोड़ा जाना है। बुधवार को निगम और पुलिस प्रशासन की टीम ने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचकर जयरामपुर से छत्रीबाग दरगाह चौराहा तक लगभग 150 वैध मकानों और दुकानों को तोड़ दिया। यह कार्रवाई गुरुवार को भी जारी है।
बुधवार को तोड़फोड़ के बाद निगम के अधिकारी और पुलिस बल तो मौके से चला गया लेकिन जिनके घर व दुकानें टूट गई वे लोग बुधवार रातभर मलबे से लोहा व सरिये बटोरते रहे। निगम को मलबा उठाने की भी इतनी जल्दी थी कि कई लोगों को यह सामान भी नहीं उठाने दिया गया। बुधवार की रात जयरामपुर कॉलोनी से लेकर छत्रिबाग दरगाह चौराहा तक तोड़फोड़ को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग परिवार सहित टूटे मकानों को देखने आ रहे थे। वहीं जिनके घर तोड़फोड़ की चपेट में आए थे उनकी आंखों से लगातार आंसू बह रहे थे। उनके परिचित उन्हें हिम्मत बंधाते हुए भविष्य में सब बेहतर होने की सांत्वना दे रहे थे। तोड़फोड़ में जिन लोगों का लगभग पूरा मकान चला गया उनके सामने चिंता यह थी बारिश के मौसम में वे अब कहां जाएंगें। वहीं अपनी दुकान खो चुके कई दुकानदारों को भी यह चिंता सता रही थी अब उनके परिवार का गुजर-बसर कैसे होगा।