केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को दो टूक कहते हुए कहा कि कश्मीर आपका कब था, जो उसे लेकर आप रोते रहते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बन गया, हम आपके वजूद का सम्मान करते हैं. उन्होंने यह बात लद्दाख के लेह में 26वें ‘किसान-जवान विज्ञान मेला’ का उद्घाटन करते हुए कही. उन्होंने कहा, ‘मैं पाकिस्तान से पूछना चाहता हूं, कश्मीर कब पाकिस्तान का था कि उसे लेकर रोते रहते हो…? पाकिस्तान बन गया, तो हम आपके वजूद का सम्मान करते हैं… पाकिस्तान को इस मामले में सुने जाने का कोई हक नहीं है…’
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सिंह ने कश्मीर हमेशा से ही भारत का हिस्सा था और पाकिस्तान का कश्मीर पर कोई हक नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘कश्मीर हमेशा से ही हमारे साथ रहा है और आगे भी रहेगा.’ सिंह ने कहा, ‘पाकिस्तान को अपने कब्जे वाले कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघनों के हल पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. हम पाकिस्तान से बात कैसे कर सकते हैं, जब वह आतंकवाद का इस्तेमाल कर भारत को अस्थिर करने की कोशिश करता रहता है.’
साथ ही रक्षा मंत्री ने कहा, ‘हम पाकिस्तान के साथ अच्छे पड़ोसी का संबंध रखना चाहते हैं, लेकिन पहले उसे भारत के खिलाफ आतंकवाद का इस्तेमाल बंद करना चाहिए. अमेरिकी रक्षा मंत्री (मार्क एस्पर) ने मुझसे कहा कि अनुच्छेद-370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाना भारत का आंतरिक मामला है.’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इससे पहले कहा था कि पाकिस्तान के साथ बातचीत तब तक संभव नहीं है जब तक वह आतंकवाद को सहयोग देना एवं उसको बढ़ावा देना बंद नहीं करता है. राजनाथ सिंह ने कहा था कि अगर पाकिस्तान से बातचीत होगी तो केवल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर होगी. विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा की जन आशीर्वाद रैली को हरी झंडी दिखाने से पहले सिंह एक सभा को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा था, “अगर बातचीत (पाकिस्तान के साथ) होती है तो यह पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) पर होगी न कि किसी अन्य मुद्दे पर. अगर पाकिस्तान के साथ किसी तरह की वार्ता होनी है तो उन्हें आतंकवाद को सहयोग करना और प्रोत्साहित करना बंद करना होगा.” रक्षा मंत्री ने सवाल भी किया था कि हम उनसे किस मुद्दे पर बात करें और क्यों करें?
बालाकोट में भारतीय वायसेना द्वारा किए गए एयर स्ट्राइक पर राजनाथ सिंह ने कहा था, “पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल में कहा था कि भारत बालाकोट से भी बड़े हमले की योजना बना रहा है, जिसका मतलब है कि उन्होंने स्वीकार किया कि बालाकोट में हवाई हमला हुआ था. इमरान खान बालाकोट हवाई हमले से इंकार करते रहे हैं.”