विधानसभा में मंत्रियों के पास कर्मचारियों के तबादलों को लेकर डीओ नोट लेने वाले नेताओं की होड़ मच रही है। इन भाजपा नेताओं को सचिवालय में यह काम कराने में मशक्कत करनी पड़ती है, जबकि विधानसभा में यह कार्य आसानी से हो जाता है।
विधानसभा में मंत्री के कहने पर डीओ नोट तैयार कर उसी समय अफसरों को थमा दिया जा रहा है। मानसून सत्र के दौरान मंत्रियों को भी इन कार्यों से फुरसत नहीं है। दो दिन पहले विधानसभा परिसर में कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के एक मंत्री भोजन अवकाश के दौरान खाना खाने जा रहे थे।
इसी दौरान पहली बार जीतकर आए एक विधायक ने उन्हें पकड़ लिया और कहा – भाई जी यह फाइल थी। साइन करनी है देख लो। ऐसे में मंत्री ने गुस्से से उनकी ओर देखा और कहा – ऐसे ही साइन हो जाएंगे।
पहले फाइल को पढ़ा जाएगा कि इसमें क्या लिखा है? ऐसे में विधायक को अपने समर्थकों के साथ उलटे पांव लौटना पड़ा। यह विधायक पहली बार चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं