मध्य प्रदेश कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर मतभेद सामने आया है. बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया नाराज हैं. सिंधिया की नाराजगी पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुटकी ली है. शिवराज सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार में भी नाटक चल रहा है. विधायक भी अलग-अलग बयान दे रहे हैं. अब इस कांग्रेस का क्या कहें-दिल के टुकड़े हजार हुए, कोई इधर गिरा, कोई उधर गिरा. बाकी अध्यक्ष पद उनका मामला है.
अध्यक्ष पद को लेकर कांग्रेस के भीतर चल रही खींचतान का नतीजा है कि एक साथ 10 से ज्यादा नेताओं के नाम पार्टी अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हो गए हैं. इनमें प्रमुख रूप से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व मंत्री मुकेश नायक, वर्तमान मंत्री उमंग सिंगार, ओमकार सिंह, मरकाम कमलेश्वर पटेल, सज्जन वर्मा, बाला बच्चन के अलावा पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन और पूर्व प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष शोभा ओझा के नाम की चर्चा जोरों पर है.
इधर भोपाल में इस पद को लेकर गोलबंदी तेज हो गई है. मंगलवार को पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के निवास पर दिग्विजय सिंह और राज्य सरकार के मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह के साथ बैठक हुई और उसके अगले ही दिन लगभग एक दर्जन विधायकों की बैठक अजय सिंह के आवास पर हुई. बैठकों के इस दौर में सियासी हलचल पैदा कर दी है. कहा जा रहा है कि यह बैठक पार्टी हाईकमान पर राजनीतिक तौर पर दबाव बनाने के लिए हुई थी क्योंकि कोई भी फैसला दिल्ली से ही होना है