प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। विधानसभा चुनाव के दौरान जब वे पार्टी के स्टार प्रचारक के रूप में हेलिकॉप्टर से मुरैना जा रहे थे तब लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने अक्षांश और देशांतर (लोंगिट्यूड-लैटीट्यूड) की गलत जानकारी दे दी। इस कारण उनका हेलिकॉप्टर काफी देर तक आसमान में मंडराता रहा। इसमें अधिकारियों की लापरवाही उजागर हुई है।
अधिकारियों के मुताबिक सिंधिया को 23 नवंबर 2018 को मुरैना चुनाव प्रचार के लिए जाना था, लेकिन तय समय में उनका हेलिकॉप्टर वहां लैंड नहीं हुआ। इस मामले में वहां के तत्कालीन कलेक्टर ने संज्ञान लिया था। जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि हेलिकॉप्टर के काफी देर तक यहां-वहां चक्कर लगाने की वजह से लैंडिंग में विलंब हुआ। भारत निर्वाचन आयोग को भी मामले की शिकायत की गई थी।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से जुड़े इस मामले की फाइल में फिर से अधिकारियों से पूछताछ शुरू हो गई है। मुरैना के तत्कालीन कमिश्नर ने इस मामले में विभाग को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था। इस प्रकरण में मंत्रालय में पदस्थ विभाग के उपसचिव नियाज अहमद खान ने तत्कालीन एसडीओ आरके मर्मट को तलब कर उनसे पूछताछ की।
तत्कालीन एसडीअो मर्मट ने जवाब दिया कि उनके मोबाइल में समस्या थी, इस वजह से गलत लोंगिट्यूड-लैटीट्यूड की जानकारी दी। उनसे 24 अगस्त को इस मामले में पूछताछ हुई। बाद में यह तथ्य भी सामने आया कि तत्कालीन एक्जीक्यूटिव इंजीनियर और सब इंजीनियर भी दोषी हैं। इस संबंध में मुरैना कलेक्टर प्रियंका दास को भी जानकारी दी गई है।