मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को दिल्ली में पार्टी हाईकमान सोनिया गांधी से मुलाकात की. कमलनाथ और सोनिया गांधी के बीच चली आधे घंटे की मुलाकात के बाद माना जा रहा है कि अब जल्द ही नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का एलान किया जा सकता है. कमलनाथ ने बताया कि सोनिया गांधी से संगठन को लेकर चर्चा हुई, जो पूरी तरह से सफल रही. ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि मुझे ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी की जानकारी नही है. मुझे नहीं लगता है कि वे पार्टी से नाखुश हैं. उन्होंने कहा कि हमने सोनिया गांधी के सामने नए प्रदेश अध्यक्ष बनाने की बात रखी है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी लेकिन अभी तक प्रदेश अध्यक्ष के लिए नया नाम तय नहीं हो पाने के चलते फैसला टल रहा है और वो सीएम के साथ प्रदेश अध्यक्ष पद भी देख रहे हैं.
मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री कमलनाथ वैष्णो देवी के दर्शन करने जा रहे हैं. ऐसे में उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. इस दौरान कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई. मध्यप्रदेश के कई दिग्गज नेता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद बनने के लिए गोलबंदी कर रहे हैं. सूत्रों की मानें तो इनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम भी है. सिंधिया के समर्थक मंत्री और नेता बार-बार उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग अलग-अलग मंच पर उठा चुके हैं. दतिया से कांग्रेस नेता अशोक दांगी ने कहा है कि अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश से दूर रखा जाता है और उन्हें प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया जाता तो तो वे (दांगी) 500 लोगों के साथ कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे देंगे. जबकि सिंधिया को हाल ही में महाराष्ट्र स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है.
माना जा रहा है कि सिंधिया को महाराष्ट्र स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाकर उन्हें मध्य प्रदेश की सियासत से दूर रखा जा रहा है. सिंधिया ने गुरुवार को महाराष्ट्र स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों की बैठक में जल्दबाजी में लिए गए फैसले पर नाराजगी जाहिर की थी. मध्य प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में बाला बच्चन का नाम भी चर्चा में है, जिन्हें कमलनाथ और सिंधिया दोनों नेताओं का समर्थन प्राप्त है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और दिग्विजय सिंह की मुलाकात के बाद इनके नाम की भी चर्चा चल पड़ी है. इसके अलावा शोभा ओझा भी प्रदेश अध्यक्ष की रेस में बनी हुई हैं.