मध्य प्रदेश में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद को लेकर दिल्ली से भोपाल तक घमासान मचा हुआ है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने से इनकार कर दिया है. वहीं दिग्विजय के इनकार करने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक अब दबाव बनाने में जुट गए हैं. पूरे दिन चली गहमागहमी के बाद शुक्रवार की देर शाम दिग्विजय सिंह भोपाल के अरेरा कॉलोनी इलाके में पहुंचे. इस दौरान जब पत्रकारों ने उनसे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मचे घमासान से जुड़े सवाल पूछे तो उन्होंने उसका जवाब देते हुए खुद को पीसीसी अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर बताया.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मेरे प्रदेश अध्यक्ष बनने का सवाल ही पैदा नहीं होता. ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी से जुड़े सवाल पर दिग्विजय ने कहा कि दोपहर में सिंधिया से उनकी फोन पर बात हुई थी. सिंधिया बिल्कुल भी नाराज नहीं लगे. पार्टी आलाकमान अगर उन्हें प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी दे तो क्या वह उसे स्वीकार करेंगे? इस सवाल का जवाब दिग्विजय ने हाथ के इशारों से दिया. उन्होंने गाड़ी में बैठते हुए अपने हाथ कैमरों की तरफ घूमाए और नहीं कहते हुए गाड़ी में जाकर बैठ गए.
एक तरफ दिग्विजय ने प्रदेश कांग्रेस की कमान अपने हाथों में लेने से इनकार कर दिया है, तो वहीं दूसरी तरफ ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों ने पार्टी आलाकमान पर सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है. भोपाल में सिंधिया समर्थकों ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और आलाकमान को चेतावनी दी कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को यदि प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया गया तो बड़ी संख्या में पार्टी के युवा कार्यकर्ता अपना सामूहिक इस्तीफा सौंप देंगे.