माइग्रेन एक ऐसी बीमारी है जिसे दवा से ज्यादा व्यक्ति के सही तरीके से खानपान और लाइफस्टाइल में सुधार की जरूरत होती है। ये दर्द सिर के आम दर्द से बिलकुल अलग होता है। इसमें दर्द के साथ उल्टियां भी होती हैं। कई बार मुंबई. माइग्रेन(Migraine) एक ऐसी बीमारी है जिसकी पहचान करना मुश्किल नहीं, लेकिन इसका इलाज बेहद मुश्किल भरा होता है। माइग्रेन में दवा से ज्यादा व्यक्ति के सही तरीके से खानपान और लाइफस्टाइल में सुधार की जरूरत होती है। ये दर्द सिर के आम दर्द से बिलकुल अलग होता है। इसमें दर्द के साथ उल्टियां भी होती हैं।
माइग्रेन में होने वाला सिरदर्द असहनीय होता है और यह दर्द कई बार 24 घंटे से लेकर 72 घंटे तक रहता है। सिर में हथौड़े चलने जैसे होने वाला ये दर्द कभी भी हो सकता है। जब दर्द सिर के किसी एक हिस्से में हो और लगातार कई दिनों तक हो तो यह माइग्रेन(Migraine) होता है। इतना ही नहीं ये दर्द कई बार जबड़े और कंधे तक पहुंच जाता है। माइग्रेन का अटैक कम किया जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि आपकी लाइफस्टाइल में सुधार हो। सुबह जल्दी उठना और जल्दी सोना जरूरी है। ज्यादा सोना या कम सोना भी माइग्रेन का कारण होता है।
आज हम आपके साथ कुछ घरेलु उपचारो को शेयर करना माइग्रेन के दर्द को काम करने तथा उसके उपचार में आपको मदद कर सकता है जैसे कि सुबह उठने के एक घंटे के अंदर नाश्ता करना जरूरी होता है। कैफीन युक्त पेय, चॉकलेट और चीज माइग्रेन के ट्रिगर होते हैं। इन्हें खाने से बचें। प्राणायाम और कार्डियो एक्सरसाइज जरूर करें। दिन में थोड़ा-थोड़ा खाते रहें। ज्यादा ऑयली या मिर्च मसाला न खाएं। ऐसा आहार लें जिसमें मैग्निशियम, जिंक और ओमेगा फैटी एसिड ज्यादा हो। खट्टे फलों के साथ केला खाने से बचें।
इसके साथ ही साथ माइग्रेन के मरीज़ को इन बातों का भी ध्यान रखना अत्यंत आवशयक है कि धूप में जाने से बचें, ज्यादा शोर या रोशनी में न रहें। भूखे बिलकुल न रहें, क्योंकि ये एसिडीटी को बढ़ावा देता है। बहुत ज्यादा एक्सरसाइज या नींद भी माइग्रेन का कारण बन जाती है। बहुत अधिक गर्मी या ठंड से खुद को बचाएं।