मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि मंत्रियों और विधायकों का यात्रा भत्ता 2.50 लाख रुपए से चार लाख बढ़ाने का फैसला पक्ष और विपक्ष के विधायकों के आग्रह और सहमति के बाद ही प्रदेश सरकार ने लिया है।कुछ गलतफहमियां फैलाई जा रही हैं, जबकि सत्यता यह है कि सलाना चार लाख रूपए किसी भी विधायक या मंत्री के बैंक खाते में सीधे जमा नहीं होंगे। मसलन जो यात्रा करेगा और टिकट जमा करवाएगा, उसे ही यह भत्ता मिलेगा। अन्यथा यह पैसा लैप्स हो जाएगा। वहीं, ऐसा भी पाया गया है कि 90 फीसदी विधायक यात्रा भत्ते का इस्तेमाल ही नहीं करते हैं। इस दौरान उन्होंने कांगड़ा के सकोट-भाटी को जोड़ने के लिए रेलवे लाइन पर बनने वाले ओवरब्रिज का मामला केंद्र सरकार से उठाकर उसका निर्माण करवाने का आश्वासन दिया।
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार, सांसद किशन कपूर, विधायक राकेश पठानिया, रीता धीमान, अर्जुन सिंह, जिला भाजपा अध्यक्ष संजय चौधरी, पूर्व विधायक सुरेंद्र काकू, डीआईजी संतोष पटियाल, एसपी विमुक्त रंजन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।वहीं, इस अवसर पर बास्केटबॉल संघ के प्रदेशाध्यक्ष मुनीष शर्मा ने मुख्यमंत्री के समक्ष भाजपा का दामन थामा। कांगड़ा में सीएम जयराम ठाकुर के दौरे पर विधायक पवन काजल के नदारद रहने पर सीएम ने कहा कि यह सरकारी कार्यक्रम है। स्थानीय विधायक पवन काजल को आना चाहिए था। वह कार्यक्रम में क्यों नहीं आए यह उन्हीं से ही पूछना चाहिए। उधर, विधायक पवन काजल ने कहा कि उन्हें सीएम के कांगड़ा दौरे के बारे में प्रशासनिक स्तर पर कोई न्योता नहीं मिला। अगर बुलाया होता तो वह सीएम के स्वागत को जरूर जाते। काजल ने कहा सीएम ने जिन सड़कों और भवनों का शुभारंभ व शिलान्यास किया है वह सभी विधायक प्राथमिकता योजना 2012 के तहत मंजूर हुई हैं। इनका निर्माण कार्य शुरू करवाने पर काजल ने सीएम का आभार भी जताया।