इंदौर . डिब्बा कारोबार के लेन-देन में कमोडिटी व्यापारी पर जानलेवा हमला करने और पिस्टल से धमकाने वाले कांग्रेस नेता के भाई रानू अग्निहोत्री ने शुक्रवार को संयोगितागंज थाने में नाटकीय ढंग से सरेंडर कर दिया। वह कार से ड्राइवर अजय प्रजापति के साथ दोपहर 3 बजे थाने पहुंचा। साथ में उसके भाई कांग्रेस नेता गोलू अग्निहोत्री और अन्य नेता भी थे। 10 हजार का इनाम घोषित होने के बाद भी रानू शान से मुस्कुराते हुए थाने पहुंचा। बाद में उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया।
सीएसपी संयोगितागंज ज्योति उमठ ने बताया कि बीते 23 अगस्त को क्षेत्र में कमोडिटी कारोबार करने वाले भरत सिंघल ने घायल अवस्था में थाने आकर शिकायत की थी कि विनोद जायसवाल, रानू अग्निहोत्री और उसका ड्राइवर दुकान में घुसे, पिस्टल अड़ाकर धमकाया, फिर अपहरण कर कार में ले गए। इस दौरान उसके साथ इन तीनों ने जमकर मारपीट की। मामले में पुलिस ने रानू, विनोद और अजय पर जानलेवा हमले, अपहरण, बलवा जैसी धाराओं में केस दर्ज किया था।
घटना के बाद पुलिस ने विनोद को पकड़ लिया था, पर रानू फरार था। 14 दिन से पुलिस उसे तलाश रही थी। शुक्रवार दोपहर वह फॉर्च्यूनर कार (एमपी 09-सीवी-0055) से संयोगितागंज थाने आया और ड्राइवर अजय के साथ सरेंडर कर दिया। जिस वक्त वह सरेंडर हुआ, उससे कुछ देर पहले ही उसके साथी विनोद को जमानत मिली थी। संयोगितागंज टीआई नरेंद्र रघुवंशी ने बताया कि रानू की कार की तलाशी ली तो एक डंडा और कट्टा जब्त हुआ। बताते हैं कि इसी डंडे से उसने व्यापारी पर हमला किया था।
टीआई के कैबिन में बैठे रहे सारे नेता रानू जब आया तो साथ में भाई गोलू के अलावा पार्षद अंसाफ अंसारी, पूर्व पार्षद रफीक खान, विनोद पंवार और टंटू शर्मा भी थे। जिस वक्त रानू के पेश होने और गिरफ्तारी दिखाने की प्रक्रिया चल रही थी, ये सभी नेता टीआई रघुवंशी के कैबिन में बैठे रहे।