शराब कारोबार के बहुचर्चित ढाई करोड़ के घपले में विजिलेंस ने मामले में पूर्व डीजीपी की आरोपी बहू से पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक विजिलेंस ब्यूरो ने करीब एक घंटे से ज्यादा समय तक हरप्रिया मिन्हास से पूछताछ कर उनके बयान कलमंबद्घ किए। इसके अलावा विजिलेंस ने आरोपी से एक लैपटॉप व कुछ अन्य दस्तावेज भी बरामद कर इनकी स्कैनिंग शुरू कर दी है।
इससे पूर्व सोमवार को विजिलेंस ने दूसरे आरोपी रोहित से करीब आठ घंटे तक मामले में पूछताछ कर घपले की जानकारी जुटाई थी। दोनों आरोपियों ने साइबर ट्रेजरी में फर्जी चालान पेश कर इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया। विजिलेंस एसपी एस अरुल कुमार ने हरप्रिया से पूछताछ की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मामले की तफ्तीश जारी है।
सूत्रों की मानें तो आरोपी के लैपटॉप से कई तथ्य सामने आए हैं, जिनके आधार पर फर्जीवाड़े की कहानी सामने आने लगी है। वहीं, इस मामले में आरोपी हरप्रिया मिन्हास तथा फर्म के सीए रोहित कुमार ने अदालत से अग्रिम जमानत ले रखी है। जिसके चलते विजिलेंस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी। अदालत ने उन्हें जांच में सहयोग करने का आदेश दिया है। बुधवार को भी पूछताछ जारी रही।
उल्लेखनीय है कि ऊना की इस फर्म ने अप्रैल 2018 से लेकर जुलाई 2019 तक ट्रेजरी के फर्जी बिल जमा करवाकर आबकारी एवं कराधान विभाग को करीब ढाई करोड़ का चूना लगा दिया। उधर, आबकारी एवं कराधान विभाग ने सीज किए गए पांच शराब ठेकों की बुधवार को नीलामी रखी है। विभाग के उपायुक्त प्रदीप शर्मा ने बताया कि बुधवार को झलेड़ा, रक्कड़, उदयपुर, सनोली और मजारा के ठेकों की नीलामी की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।