लगातार बारिश से बेहाल मध्यप्रदेश में आफत अभी थमी नहीं है. मंगलवार शाम एक बार फिर मध्य प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के 38 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. इनमें से 18 जिलों में रेड अलर्ट है तो वहीं 20 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के इंदौर, धार, खंडवा, खरगौन, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, बुरहानपुर, उज्जैन, रतलाम, शाजापुर, आगर, देवास, नीमच, मंदसौर, होशंगाबाद, बेतुल और हरदा जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. एमपी की राजधानी भोपाल, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, कटनी, बालाघाट के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा नरसिंहपुर, सिवनी, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, अनूपपुर, डिंडोरी, उमरिया, शहडोल, गुना, अशोकनगर, रीवा और सागर जिले में भी ऑरेंज अलर्ट जारी है.
लगातार हो रही बारिश के बाद होशंगाबाद में नर्मदा नदी खतरे के निशान को पार कर गयी है. दरअसल बरगी डैम से पानी छोड़ने के बाद इसे होशंगाबाद पहुंचने में करीब 36 घण्टे का वक्त लगता है. सोमवार दोपहर को बरगी डैम के गेट खोले गए थे जिसका पानी मंगलवार शाम को होशंगाबाद पहुंचा और यहां नर्मदा नदी अपने खतरे के निशान को पार कर गई. मंगलवार रात को होशंगाबाद में नर्मदा नदी का जलस्तर 966. 20 फीट पहुंच गया. इसके बाद घाट पर अलार्म बजा चेतावनी जारी कर दी गयी. भारी बारिश से मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल भी बेहाल है. बीते 1 हफ्ते से लगातार हो रही बारिश के बाद भोपाल के सबसे बड़े कोलार डैम के सभी 8 गेट खोल दिए गए. मंगलवार शाम करीब 5:30 बजे कोलार डैम में पानी फुल टैंक लेवल 462.20 मीटर तक पहुंच गया जिसके बाद डैम के सभी 8 गेट खोल दिये गए.
बता दें कि मध्य प्रदेश में अब तक हुई बारिश से जाहिर होता है कि इस बार राज्य पर मॉनसून पूरी तरह मेहरबान है. राज्य के 32 जिलों में तो सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है. आधिकारिक तौर पर जारी आंकड़े के मुताबिक, प्रदेश में इस वर्ष मानसून में एक जून से नौ सितम्बर तक 32 जिलों में सामान्य से अधिक, 17 जिलों में सामान्य और शेष तीन जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई है. सर्वाधिक बारिश जबलपुर जिले में और सबसे कम सीधी जिले में दर्ज की गई है.