असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजी की अंतिम लिस्ट आने के बाद अब देश के अलग-अलग राज्यों में भी इसको लागू करने की मांग उठने लगी है. पहले बिहार और अब देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में भी NRC लागू करने की बात कही गई है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो यूपी में भी एनआरसी लागू करेंगे.
एक अंग्रेजी अखबार को दिये इंटरव्यू में योगी आदित्यनाथ ने कहा, ”असम में NRC लागू करना एक सराहनीय और हिम्मत वाला कदम है. जरूरत पड़ी तो उत्तर प्रदेश में भी इसे कई चरणों में लागू किया जाएगा.” योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा,” यह सीखने वाला है. असम से हमे सीखना चाहिए..NRC राष्ट्र सुरक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण है. यह गरीबों का अधिकार घुसपैठियों द्वारा छीने जाने से रोकेगा”
बता दें कि हाल में ही गृह मंत्रालय ने असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटिज़ंस (एनआरसी) की फाइनल लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में 19 लाख 6 हजार 657 लोगों के नाम शामिल नहीं हैं. लिस्ट में कुल 3 करोड़ 11 लाख 21 हजार 4 लोगों को शामिल किया गया है. हालांकि, जिस भी व्यक्ति के नाम फाइनल लिस्ट में नहीं हैं उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है. वो फ़ॉरेन ट्रायब्यूनल में अपनी नागरिकता साबित कर सकते हैं और अगर यहां भी उन्हें निराशा मिलती है तो वह हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं.असम में फाइनल लिस्ट आने के बाद से ही बिहार, दिल्ली और हरियाणा समेत देश के कई अन्य राज्यों में इसे लागू करने की मांग की जाने लगी है.