संत समागम में पहुंचे मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा पर निशाना साधा। कहा कि अब इनके पेट में दर्द हो रहा होगा। ये प्रचार करते थे कि उन्होंने धर्म का ठेका लिया है। इनके 15 साल और हमारे लगभग 6-7 महीने ही हुए हैं। अंतर आप देख लीजिए। कुछ महीने आचार संहिता में निकल गए थे। मैं ये नहीं कहता कि हमने ये किया, वो किया। क्योंकि हम सेवक हैं और जनता के प्रति काम करना ही हमारा कर्तव्य है। मैं छिंदवाड़ा में मंदिर बना रहा था तो उनके पेट में दर्द होने लगा था।
साधू-संतों मैं आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। दुनिया में भारत की हजारों साल की पहचान है और वह आर्थिक शक्ति से नहीं, बल्कि आध्यात्मिक शक्ति है। दुनिया आश्चर्य में पड़ जाती है, जब देखती है कि इतनी अनेकता के बाद भी एकता है और एक झंडे के नीचे पूरा देश खड़ा है।
आपसे ये प्रार्थना करूंगा कि कैसे नई पीढ़ी को आध्यात्मिकता से जुड़ेगी। नौजवानों को आध्यात्मिकता से जोड़कर रखना पड़ेगा। जिससे हमारी आध्यात्मिक शक्ति, सभ्यता और संस्कृति की मजबूती बनी रहे। कम्प्यूटर बाबा जी, ये इतना बड़ा करने की नहीं। साधू संतों को पट्टा भी दिया जा सकता है। मुझे लगा कि 15 साल की सरकार में आपकी सारी मांगें पूरी हो गई होंगी। लेकिन इस बार आपने मांगा है, लेकिन अगली बार मांगना भी नहीं पड़ेगा।
अध्यात्म विभाग की ओर से संत समागम का आयोजन मिंटो हाॅल में किया जा रहा है। इससे पहले कम्प्यूटर बाबा ने कहा है कि समागम में साधू-संतों से जुड़े मसलों को रखा जाएगा। समागम में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि जय सियाराम बोला जाना चाहिए कमलनाथ संत समागम में पहुंच गए हैं। मिंटो हाल में चल रहे संत समागम में प्रदेशभर से आए करीब 1000 साधू-संत भाग ले रहे हैं।