रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को बेंगलुरु स्थित HAL एयरपोर्ट से तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भरी. इसी के साथ वह हल्के लड़ाकू विमान में उड़ान भरने वाले पहले रक्षा मंत्री बन गए. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तेजस में उड़ान भरने के बाद कहा, ”उड़ान बहुत सहज, आरामदायक रही, मैं रोमांचित था. मैंने तेजस को इसलिए चुना क्योंकि यह स्वदेश में निर्मित है. तेजस की डिमांड दुनिया के दूसरे देशों से भी हो रही है. दक्षिण पूर्वी एशिया के देशों ने तेजस विमानों की खरीद में दिलचस्पी दिखाई है.” राजनाथ के साथ एयर वाइस मार्शल एन तिवारी भी थे. तिवारी बेंगलुरू में एयरोनॉटिकल डवल्पमेंट एजेंसी (एडीए) के नेशनल फ्लाइट टेस्ट सेंटर में परियोजना निदेशक हैं.
बता दें कि इस विमान को 3 साल पहले ही वायु सेना में शामिल किया गया था. अब तेजस का अपग्रेड वर्जन भी आने वाला है. तेजस हल्का लड़ाकू विमान है, जिसे एचएएल ने तैयार किया है. 83 तेजस विमानों के लिए एचएएल को 45 हजार करोड़ रु. का ठेका मिला है. भारत के स्वदेशी और हल्के लड़ाकू विमान तेजस में वो सारी खूबियां हैं जो दुश्मन को हराने की पूरी ताकत रखती हैं. चूंकि ये एक हल्का फाइटर प्लेन है इसलिए इससे दुश्मन पर वार करना भी आसान हो जाता है. यह चीन और पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों को कड़ी टक्कर दे रहा है.
रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया था कि स्वदेश में निर्मित तेजस के विकास से जुड़े अधिकारियों का हौसला बढ़ाने के उद्देश्य से रक्षा मंत्री इस हल्के लड़ाकू विमान में उड़ान भरेंगे. अधिकारी ने बताया था ‘‘उनके इस कदम से भारतीय वायु सेना के उन पायलटों का मनोबल भी बढ़ेगा जो यह विमान उड़ा रहे हैं.