इंदाैर. मध्यप्रदेश में हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले से एटीएस ने बुधवार शाम भोपाल से तीन और इंदौर से दो महिलाओं को हिरासत में लिया। मामले में एक युवक समेत अब तक कुल 6 लोगों को हिरासत में लिया गया। गुरुवार को पुलिस ने तीन महिलाओं का मेडिकल करवाया। आरोप है कि यह सभी अधिकारियों और व्यापारियों को हनीट्रैप के जरिए फंसाकर ब्लैकमेल करती हैं। मामले में गृहमंत्री ने जल्द खुलासा करने की बात कही है।
बुधवार को पुलिस ने भोपाल से एक महिला को हिरासत में लिया। यह महिला एक मंत्री के बंगले में किराए से रहती है। महिला की गतिविधियों पर इंटेलीजेंस की टीम भी नजर रखे हुई थी। साथ ही, एटीएस भी अपने स्तर पर साक्ष्य इकट्ठा कर रही थी। महिला के खिलाफ कुछ दिन पहले इंदौर के एक थाने में ब्लैकमेल करने की एफआईआर दर्ज की गई थी। एटीएस ने भोपाल पुलिस की मदद से रिवेरा टाउन से एक और मिनाल रेसीडेंसी से दो महिलाओं समेत चार लोगों को हिरासत में लिया। जांच में महिला के पूर्व मंत्रियों से संबंधों का भी पता चल रहा है।
आरोप है कि वे नेताओं और अफसरों के पास काॅल गर्ल भेजकर उनके आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उन्हें वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करती थीं। कुछ दिन पहले भी गिरोह की मुखिया ने एक सीनियर अफसर के साथ का आपत्तिजनक वीडियो वायरल किया था।इंदौर नगर निगम के एक अफसर को भी इन्होंने हनी ट्रैप में फंसाकर वीडियो बनाते हुए दो करोड़ रुपए की मांग की थी। इसकी शिकायत अधिकारी ने पुलिस को की थी। इस संबंध में पूछताछ के लिए गुरुवार सुबह तीनों महिलाओं को क्राइम ब्रांच की टीम इंदौर लेकर पहुंची। इनसे पलासिया स्थित महिला थाने में पूछताछ की जा रही है।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हाईप्रोफाइल रैकेट की मुखिया के पास कई राजनेताओं और अफसरों की सीडी भी है। गिरोह की सरगना के खिलाफ कुछ दिन पहले इंदौर के पलासिया थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। हालांकि इस हाई प्रोफाइल मामले में पुलिस मुख्यालय तक के अफसरों ने चुप्पी साध रखी है। इस कार्रवाई में एंटी टेररिस्ट स्क्वाॅड (एटीएस) के शामिल होने से कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, हनी ट्रैप में फंसने के बाद नगर निगम के इंजीनियर ने शिकायत की थी कि दो महिलाएं उसे ब्लैकमेल कर रही हैं। वे वीडियो वायरल करने की धमकी देकर दो करोड़ रुपए से ज्यादा की मांग कर रही हैं। इसके बाद विजय नगर पुलिस ने मंगलवार को एक महिला और उसके साथी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपने साथियों के नाम बताए थे। इसके बाद एक को इंदौर और तीन महिला समेत चार को भोपाल से हिरासत में लिया गया।
गृहमंत्री बाला बच्चन ने कहा कि यह बड़ी कार्रवाई है। इसमें गहराई से जांच की जा रही है। कोई भी अपराधी बच नहीं पाएगा। प्लान बनाकर लोगों को शिकार बनाते थे, वे सभी बेनकाब होंगे। मामले की एफआईआर पलासिया थाने पर हुई थी। भोपाल और इंदौर पुलिस मामले में जांच कर रही है। इसमें यदि अधिकारी, नेता जो भी हो पकड़े जाएंगे। पकड़ी गई महिलाएं नेता के घर मंे रह रही थीं। हम मामले में राजनीति नहीं करना चाहते, सिर्फ जो दोषी हैं उन पर कार्रवाई की जाएगी। जांच के बाद ही हम नाम और पूरी जानकारी बताएंगे।हनीट्रैप मामले में प्रदेश के सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि ये सब भाजपा का षडयंत्र है। गिरोह की सरगना भाजपा नेता है। पूरे मामले की जांच के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।