Home हिमाचल प्रदेश धर्मशाला में बोले PM मोदी मैं मेहमान नहीं हिमाचली हूं…

धर्मशाला में बोले PM मोदी मैं मेहमान नहीं हिमाचली हूं…

29
0
SHARE

हिमाचल में पहली बार हो रही धर्मशाला इन्वेस्टर मीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निवेशकों से कहा कि मैं मेहमान नहीं, हिमाचली हूं। मेरे यहां आए हैं आप, मेरे मेहमान हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि यहां की धरती पर निवेश करें। हिमाचल आपको आशीर्वाद देता रहेगा। हिमाचल बढ़ेगा तो हिंदुस्तान भी आगे बढ़ेगा और आप भी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धर्मशाला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उनकी टीम की पीठ थपथपाई और निवेशकों से अपील की कि वे अब देवभूमि को कर्मभूमि बना लें। यहां निवेश की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि पहले निवेशक देखता था कि कौन सा राज्य ज्यादा इन्सेटिव देगा, बिजली माफ करेगा। निवेशक इंतजार में रहते थे। अब ऐसा नहीं है, यह सब बंद हो चुका है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में कहा कि धर्मशाला में ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट सुनते ही अटपटा लगता है, लेकिन यह कल्पना नहीं, सच्चाई है। इसके लिए सभी को बधाई। हिमाचल अब कमर कस चुका है। मोदी ने कहा कि उद्योग जगत भी साफ-सुथरी व्यवस्था को पसंद करता है। बेवजह के नियम-कायदे और सरकार का दखल कहीं न कहीं उद्योगों की रफ्तार को रोकता है। निवेश के लिए यह जरूरी है कि उसे उपयुक्त ईको सिस्टम मिले।इंस्पेक्टर राज से मुक्ति मिले। हर मोड़ पर सरकार पर निर्भर न रहना पड़े। कानूनों में बदलाव हो रहा है। इसी सोच के साथ हिमाचल सरकार ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। सरकार सही दिशा में काम कर रही है। हिमाचल में सिंगल विंडो की व्यवस्था बनाई गई है। सरकार ने यहां के फ्रेंडली वातावरण को बिजनेस फ्रेंडली बना दिया है।

मोदी ने कहा कि भारत में विकास की गाड़ी नई सोच और नई अप्रोच के साथ चार पहियों पर चल रही है। एक पहिया सोसाइटी का है जो प्रेरक है, एक पहिया सरकार का है जो नए भारत को प्रोत्साहन देने वाला है, एक पहिया उद्योग का है जो साहसी है, एक पहिया ज्ञान का है। आज सरकार जो भी फैसले ले रही है वे भारत के हित और लोगों की आकांक्षा के अनुरूप ले रही है।  देवभूमि हिमाचल को कर्मभूमि बनाने के लिए हिमाचल में 92 हजार करोड़ रुपये की धनवर्षा हुई। देश-दुनिया के निवेशकों से गुरुवार तक जयराम सरकार ने 92 हजार 439 करोड़ रुपये के एमओयू साइन करवा लिए। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धर्मशाला मेें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उनकी टीम की पीठ थपथपाई।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और डीसी कांगड़ा की मन्नत इंद्रू नाग देवता ने आधी पूरी की। इन्वेस्टर मीट के शुभारंभ पर भारी बारिश तो नहीं हुई लेकिन हल्की बूंदाबांदी के बीच तूफान ने होर्डिंग जरूर उखाड़ दिए। पीएम मोदी का भाषण जैसे ही शुरू हुआ, तूफान ने तबाही मचाना शुरू कर दी। पंडाल की छत की तिरपाल हवा के तेज वेग से फड़फड़ाने लगी।

कांफ्रेंस हाल के अंदर लगी लाइटें, बड़ी स्क्री और साउंड सिस्टम हिलने लगा। तूफान के चलते बाहर कई टेंट फट गए। डेकोरेशन का सारा सामान गिरकर टूट गया और खराब हो गया। राइजिंग इंडिया के होर्डिंग फट गए जिसके साथ निवेशक और अन्य लोग सेल्फी खींच रहे थे। मोदी जब भाषण दे रहे थे तो सम्मेलन कक्ष के साथ होर्डिंग की दीवार बाहर से गिरने लगी। तूफान के चलते जैसे ही होर्डिंग की दीवार गिरने लगी तो आयोजकों और अफसरों की सांसें फूल गईं।

आननफानन में कर्मचारियों, आयोजकों के साथ आईएएस और आईपीएस अफसरों ने बाहर से होर्डिंग की दीवार को मोदी के भाषण खत्म होने तक थामे रखा। जैसे ही भाषण खत्म हुआ तो अफसरों ने होर्डिंग की दीवार को छोड़ दिया और वह गिर गई। तूफान के बाद इन्वेस्टर मीट स्थल में जगह जगह होर्डिंग गिरकर खराब हुए पड़े थे। कई जगह टेंट फट गए थे। अगर प्रधानमंत्री के आगमन से पहले तूफान चलता तो ज्यादा समस्या पेश आ सकती थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here