दुनिया की इस बेहतरीन वेटलैंड में पक्षियों की संख्या में हर सप्ताह वृद्धि दर्ज की जा रही है। हजारों विदेशी पक्षी पौंग बांध जलाशय के आसपास डेरा डाल चुके हैं। इनकी चहचहाहट से क्षेत्र चहक रहा है। साइबेरिया सहित अन्य देशों में जब अत्यधिक ठंड के कारण झीलों व तालाबों का पानी जम जाता है, तो ये पक्षी हजारों किलोमीटर की यात्रा कर भारत में आते हैं। फरवरी-मार्च में जब यहां गर्मी शुरू होती है तो यह दोबारा अपने क्षेत्रों को वापस लौट जाते हैं। मार्च तक बांध में पक्षियों की लगभग करीब 103 प्रजातियां आती हैं। बीते वर्ष 2018-2019 में प्रवासी पक्षियों की संख्या 1,15,229 लाख रही थी, जबकि इससे पूर्व वर्ष 2017-18 में 62 प्रजातियों के प्रवासी पक्षियों की संख्या 1,10,203 लाख रही थी। वेटलैंड में हर बार नए प्रवासी पक्षी आते हैं।
पौंग बांध जलाशय में पहुंचने वाले पक्षियों में बारहेडिड गीज, कामनटील, नॉर्दन पटेल, कॉमनकूट, लिटल कोरमोरेंट, चिफचेफ, रुडी, शेल्डक, कामन, पोचार्ड, कमनतीलगडवाल, लिटिल, कोर्मोरेंट, स्पाट्विल, मलार्डबड्र्, युरेशियन टीलमूरहेन ग्रेट इग्रेट पक्षी प्रमुख हैं। वन्य प्राणी विभाग हमीरपुर के डीएफओ राहुल ने कहा कि अक्तूबर से अभी तक करीब 61,000 प्रवासी पक्षी यहां पहुंच चुके हैं। यह झील एक प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य है। मेहमानों की सुरक्षा के लिए विभाग पूरी तरह तैयार है।