जब उस के चेहरे पर उम्र का असर दिखना शुरू होता है तो वह एंटीएजिंग क्रीम खरीदने की सोचती है. मगर जब वह दुकान में जाती है तो ढेरों विकल्प देख कर कनफ्यूज हो जाती है. उस का दिमाग काम करना बंद कर देता है. कई बार तो गलत प्रोडक्ट खरीद लेती है. ऐसा आप के साथ भी न हो, इस के लिए इन टिप्स पर गौर कर आप आसानी से पाएं ब्यूटीफुल स्किन . अपने लिए एंटीएजिंग क्रीम खरीद सकती हैं और वह भी जो आप के लिए एकदम परफैक्ट हो.
सैंसिटव: इस स्किन को ज्यादा केयर करने की जरूरत होती है, क्योंकि किसी भी प्रोडक्ट का साइड इफैक्ट इस पर जल्दी होता है.
ड्राई: ड्राई स्किन पर झुर्रियों का असर जल्दी होता है. इसलिए ऐसी स्किन वाली महिलाओं को एंटीएजिंग क्रीम चुनते समय ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होती है.
औयली: इस तरह की स्किन में झुर्रियां तो जल्दी नहीं पड़ती हैं लेकिन, मुंहासे, ऐक्ने की समस्या ज्यादा होती है. इसलिए क्रीम चुनते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसे अप्लाई करने पर आप की स्किन औयली न हो.
नौर्मल: इस तरह की स्किन वाली महिलाओं को ज्यादा समस्या नहीं होती. उन्हें प्रोडक्ट चुनते समय ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं होती, लेकिन गलत क्रीम यूज करने का साइड इफैक्ट हो सकता है.
मल्टी टास्किंग क्रीम: बहुत सी महिलाओं को लगता है कि एंटीएजिंग क्रीम लगाने से उन की स्किन की सारी समस्याएं खत्म हो जाएंगी जैसे डार्क सर्कल्स, दाग, मुंहासे. मगर ऐसा नहीं है. यह क्रीम सिर्फ झुर्रियों को रोकने का ही काम करती है
क्रीम का इस्तेमाल करने से पहले: बहुत सी कंपनियां यह दावा करती हैं कि उन की एंटीएजिंग क्रीम का इस्तेमाल करने से रातोंरात बदलाव हो जाएगा, स्किन एकदम जवान हो जाएगी, लेकिन यह सच नहीं होता. क्रीम का असर दिखने में कम से कम 1 महीने का समय लग जाता है.
चेहरे की समस्या: एंटीएजिंग क्रीम लेने से पहले अपने चेहरे की समस्या को पहले पहचानें कि क्या जरूरी है? क्या झुर्रियां पड़ रही हैं या चेहरे का कसाव कम हो रहा है? अत: वही क्रीम लें जो आप के लिए जरूरी हो.
महंगी क्रीम: बहुत सी महिलाएं यह सोचती हैं कि क्रीम जितनी महंगी होगी उतनी ही असरकारक होगी, जबकि ऐसा नहीं होता है. आप अपनी स्किन समस्या को पहचानने के बाद ही किसी प्रोडक्ट का चुनाव करें.