कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘भारत बचाओ’ रैली आयोजित करने जा रही है. सुबह 10:30 बजे से रैली का आगाज होगा. रैली का उद्देश्य बीजेपी सरकार की विभाजनकारी नीतियों को उजागर करना है. पार्टी के शीर्ष नेता रैली को संबोधित कर मोदी सरकार की विफलताओं और देश के नागरिकों को बांटने के कथित प्रयासों को जनता के सामने उजागर करेंगे.
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और अविनाश पांडे सहित कांग्रेस के कई शीर्ष नेताओं ने शुक्रवार को रामलीला मैदान का दौरा किया और शनिवार से शुरू हो रही ‘भारत बचाओ’ रैली की तैयारियों की समीक्षा की. सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार जिस नीति के तहत काम कर रही है, उसमें जनता के प्रति जवाबदेही बिल्कुल भी नहीं है. देश की जनता चाहती है कि कांग्रेस पार्टी देश के चहुंमुखी विकास के लिए देश का नेतृत्व करे. उन्होंने कहा कि यह रैली देश को एक नई दिशा देगी.
अशोक गहलोत ने आगे कहा कि ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ का नारा देने वाले विभिन्न राज्यों में जनता का विश्वास जीतने में नाकाम रहे हैं. उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी को विभिन्न राज्यों में सफलता मिली है. उन्होंने कहा कि आज देश को कांग्रेस की जरूरत है, इसलिए हम सबको गांव-ढाणी तक पहुंचकर लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए जनता को जागृत करना है. राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि आज देश में जैसी परिस्थितियां हैं और केंद्र की बीजेपी सरकार जिस प्रकार से अराजकता के साथ राज कर रही है, उससे जनता परेशान है. बढ़ती मंहगाई, गिरती अर्थव्यवस्था व बेरोजगारी के कारण जनता को मूलभूत आवश्यक वस्तुओं के लिए भी समझौता करना पड़ रहा है.
कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक ने रैली के बारे में कहा, ‘अर्थव्यवस्था पूरी तरह से कमजोर हो गई है. मंदी का वातावरण चारों तरफ नजर आ रहा है. नया कारोबार खुलना तो दूर, जो उद्योग खुले थे वो बंद हो रहे हैं. नए रोजगार का निर्माण होना तो दूर, जो रोजगार पर लगे हुए थे उनके रोजगार छीने जा रहे हैं. इस सरकार में नौजवान, किसान, महिलाएं और छोटे व्यापारी तथा दलित और पिछड़े सभी परेशान हैं. सभी राज्यों में कांग्रेस नेता संघर्ष कर रहे हैं. इसी रैली से मोदी सरकार के अस्त का आरंभ होगा.’कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘यह एक ऐतिहासिक विरोध प्रदर्शन होने जा रहा है. कश्मीर से कन्याकुमारी तक के पार्टी कार्यकर्ता इस रैली में भाग लेंगे. मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी. इस समय देश में महंगाई चरम पर है. महिलाएं असुरक्षित हैं और मंदी गहरा रही है. सरकार के पास कोई नीति नहीं है. अब इन मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए विभाजनकारी नीतियों पर अमल किया जा रहा है