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हिमाचल में भारी बर्फबारी, 298 सड़कें ठप, तस्वीरों से जानिए प्रदेश के हालात…

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हिमाचल में शुक्रवार को दूसरे दिन भी बर्फबारी का दौर जारी रहने से दुश्वारियां बढ़ गई हैं। प्रदेश में छह नेशनल हाईवे समेत 298 छोटी-बड़ी सड़कों पर यातायात ठप रहा। रोहतांग में 30 घंटों में पांच फीट से ज्यादा बर्फबारी हो चुकी है। वीरवार रात को प्रदेश के पांच क्षेत्रों में न्यूनतम पारा माइनस में दर्ज हुआ। अधिकतम तापमान में भी आठ से 10 डिग्री की कमी हुई। कुफरी में अधिकतम पारा -0.5 और केलांग में शून्य रहा। पूरा प्रदेश शीतलहर की चपेट में है। चंबा के स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी करनी पड़ी। हालांकि, बर्फबारी के बीच बच्चे परीक्षा देने भी पहुंचे।

राजधानी शिमला में दूसरे दिन भी हल्की बर्फबारी जारी रही। प्रदेश के कई क्षेत्रों में बर्फबारी के चलते बिजली के तार टूटने और पाइपों में पानी जमने से संकट गहरा गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने शनिवार और रविवार को भी बारिश और बर्फबारी के आसार जताए हैं। 16 दिसंबर से पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। नारकंडा में बर्फबारी और फिसलन से नेशनल हाईवे पांच पर वाहनों की आवाजाही दूसरे दिन भी ठप रही। वाहनों को वाया बसंतपुर शिमला भेजा।

सुंगरी में भारी बर्फबारी के चलते रोहडू के लिए चलने वाली बस सेवा ठप रही। कुल्लू के आनी में जलोड़ी जोत के पास एनएच 305 समेत दो दर्जन से अधिक सड़कें अवरुद्ध हैं। रामपुर-रिकांगपिओ एनएच के अलावा चंबा जिले में भरमौर-पठानकोट एनएच बंद है। मनाली-रोहतांग-लेह एनएच बंद होने से रोहतांग टनल से भी आवाजाही बंद होने से लाहौल-स्पीति जिले के लोग देश-दुनिया से कट गए हैं। ऊझी घाटी समेत जिले के कई इलाकों में बिजली गुल है। कुल्लू जिला की सौ से ज्यादा पंचायतों का संपर्क कट गया है। लाहौल में यातायात ठप है। चंबा जिला मुख्यालय में शुक्रवार को दोपहर बाद बर्फबारी का दौर शुरू हुआ। जिला कांगड़ा की ऊंची पहाड़ियों पर भी बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश जारी रही। किन्नौर जिले में दूसरे दिन में सुबह से बर्फबारी का दौर जारी रहा। इससे किन्नौर जिले की कई ग्रामीण सड़कें बंद होने से बसों की आवाजाही ठप हो गई है। जिले के रिकांगपिओ सहित अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई है। रोहडू उपमंडल के 50 प्रतिशत रूट बसों के लिए बंद हैं।

चंबा जिला मुख्यालय में शुक्रवार को दोपहर बाद बर्फबारी का दौर शुरू हुअा। करीब आधे घंटे तक बर्फ के फाहे गिरे। वहीं, जनजातीय क्षेत्र भरमौर में डेढ़ फुट, खज्जियार में एक फुट, जोत में दो फुट, भंजराड़ू में दो फुट तक बर्फबारी हुई। इसके अलावा जुम्हार में एक फुट, किहार में छह इंच, सलूणी में आधा फुट, संघणी में डेढ़ फुट तक बर्फबारी हुई। जनजातीय क्षेत्र पांगी के लिए बर्फ आफत बनकर गिरी है। 24 घंटे से पांगी की 16 पंचायतों में बिजली व पेयजल की आपूर्ति ठप पड़ी है। लोग घरों में बर्फ को पिघलाकर पीने के पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रशासन के अनुसार मौसम साफ होने के बाद ही बिजली व पानी की सप्लाई बहाल हो पाएगी।

राजधानी शिमला और कुफरी में सीजन की पहली बर्फबारी से यातायात व्यवस्था ठप हो गई है। राजधानी का अपर शिमला से संपर्क कट गया है। शुक्रवार को अपर शिमला के 80 से ज्यादा रूट ठप रहे। एचआरटीसी और कई निजी बसें रास्ते में फंसी हैं। बर्फबारी को देखते हुए शिमला से इन इलाकों के लिए शुक्रवार को बसें नहीं चलाई गईं। शुक्रवार सुबह दस बजे मौसम खुलने के बाद कुफरी में यातायात बहाल कर दिया गया लेकिन शाम करीब चार बजे फिर से बर्फबारी का दौर शुरू हो गया। इसके बाद यहां यातायात बंद कर दिया गया। खड़ापत्थर में भी दोपहर करीब एक घंटे के लिए ही यातायात बहाल हो पाया। इस रूट पर एचआरटीसी की तीन बसें फंसी थीं जिनमें से तीन शिमला वापस लौट आई हैं जबकि एक बस रोहड़ू रवाना की गई है। नेरवा और चौपाल इलाके के सभी 24 रूट बंद हैं। शिमला से इस रूट पर भी कोई बस नहीं भेजी गई है। जिले में 80 से ज्यादा रूट फेल हुए हैं। खड़ापत्थर के पास भी एक घंटे के लिए यातायात खुला था लेकिन हिमपात के चलते फिर बंद हो गया

कांगड़ा जिले में बारिश शुक्रवार को भी जारी रही। वहीं जिले की ऊंची पहाड़ियों पर ताजा हिमपात भी दर्ज किया गया। इसके अलावा छोटा भंगाल, मुल्थान, चोहार घाटी व बरोट के गांवों में भी शुक्रवार को भी ताजा हिमपात दर्ज किया गया। इन गांवों में अब तक आठ से नौ इंच तक बर्फबारी हो चुकी है। बर्फबारी के कारण गुरुवार से बंद पड़ा मुल्थान-बरोट और कोठी कोढ़ व बड़ा गांव की ओर जाने वाले सड़क मार्ग अभी भी बाधित हैं। इसके अलावा जिला कांगड़ा के बैजनाथ, इंदौरा, कंडवाल, कांगड़ा, पालमपुर, ज्वालामुखी, कोटला, रैत व देहरा सहित अन्य क्षेत्रों में भी हल्की बारिश हुई। सिरमौर में दो दिन से जारी बारिश व बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारी बर्फबारी के चलते ऊपरी क्षेत्रों का संपर्क शेष सिरमौर व हिमाचल के कई हिस्सों से टूट गया है। बर्फबारी के चलते आधा दर्जन के करीब मार्ग बंद हो गए हैं। उधर, जिला की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार में बर्फबारी का सिलसिला जारी है। इस समय चोटी चोटी पर चार से छह फीट बर्फ जम चुकी है। चूड़धार में इस वर्ष की चौथी बर्फबारी हो चुकी है।

मंडी जिले में दो दिन से लगातार हो रही भारी बारिश व बर्फबारी से जनजीवन थम सा गया है।  ऊपरी क्षेत्रों में दर्जनों सड़कें बंद पड़ी हैं। सैकड़ों घरों की बिजली और पानी की आपूर्ति ठप है। देव पराशर और कमरूनाग झीलें बर्फ से लद चुकी हैं। उधर डीसी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है। शिकारी देवी  में  तीन फीट, भुलाह10 इंच, जंजैहली दो इंच, गाड़ागेशैणी एक फीट और शैटाधार में15 इंच बर्फ गिरी है।

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