उत्तर भारत में ठंड का कहर बढ़ता ही जा रहा है. पहाड़ी राज्यों की तुलना में इस बार राजधानी दिल्ली में भी भयानक ठंड पड़ रही है. दिल्ली में ठंड ने पिछले 118 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. दरअसल 118 साल में दिसंबर का यह महीना सबसे सर्द दिसंबर दर्ज किया गया है. वहीं, शनिवार को दिल्ली के तापमान में और भी गिरावट दर्ज की गई. मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार सुबह तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों में पारा इससे भी नीचे जा सकता है.
दिल्ली में सर्दी का सितम बढ़ता ही जा रहा है. शुक्रवार को राजधानी में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम दर्ज किया गया था. यहां पारा 4.2 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया था. शनिवार को दर्ज किए गए तापमान ने इसका भी रिकॉर्ड तोड़ दिया. आज (शनिवार) सुबह तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में दिल्ली में तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है. विभाग ने लोगों से सावधान रहने को कहा है. दिल्ली में जगह-जगह बने रैन बसेरों में प्रशासन की ओर से गद्दे और कंबल की व्यवस्था की गई है.
गौरतलब है कि समूचा उत्तर भारत हाड़ कंपा देने वाली ठंड की चपेट में है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में पारा न्यूनतम तक जा पहुंचा है. जम्मू-कश्मीर में भी सर्दी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. भारी बर्फबारी के चलते यहां जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में पहाड़ी राज्यों में एक बार फिर बर्फबारी हो सकती है, यानी साफ है कि कड़कड़ाती ठंड के साथ नए साल का आगाज होगा. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियां बर्फ से पटी हुई नजर आ रही हैं. बीते हफ्ते यहां काफी बर्फबारी हो चुकी है. सड़कों पर बर्फ जमने की वजह से यातायात भी प्रभावित हुआ. स्थानीय प्रशासन ने अपील की है कि लोग अपने घरों से कम से कम निकलें.