नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हिंसा देखने को मिली थी. वहीं अब इस हिंसा मामले में योगी सरकार ने AMU के 10 हजार अज्ञात छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 15 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसात्मक विरोध प्रदर्शन देखने को मिला था.
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश के कई शहरों में हुए हिंसक प्रदर्शन के खिलाफ यूपी पुलिस कार्रवाई कर रही है. 15 दिसंबर को एएमयू में बड़ी संख्या में छात्रों ने प्रदर्शन किया था.देखते ही देखते ये प्रदर्शन हिंसक हो गया था. इस दौरान एएमयू गेट को भी कुछ शराराती तत्वों ने तोड़ डाला था. इसे लेकर यूपी पुलिस और AMU छात्र संघ के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी लगा था.
छात्र संघ ने कहा कि पुलिस ने ज्यादती की है. दरअसल प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए आंसू गैस छोड़ने पड़े थे. पुलिस का आरोप है कि प्रदर्शनकारियों की ओर से की गई पत्थरबाजी में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. बता दें कि यूपी में प्रदर्शन और हंगामें के बाद शांति लौटने लगी है. राज्य में अब माहौल शांतिपूर्ण है और कहीं से ताजा हिंसा की खबर नहीं है. यूपी पुलिस ने कहा है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें.