जिले में पेशी के लिए ले जाते समय पुलिस की गिरफ्त से छूटकर भागे दुष्कर्म के एक आरोपी के ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर लेने मामले में दो कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया है। मामले की मजिस्ट्रियल जांच होगी। एसपी ने कलेक्टर को रिपोर्ट भेज दी है। घटना की सूचना के बाद उसके परिजन शाम 7 बजे जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया।
एसपी हरदा भगवत सिंह बिरदे ने सोमवार को बताया कि इस मामले में पुलिस आरक्षक सरजू उईके और सुमित रावत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर लाइन अटैच कर दिया गया है। वहीं, इस पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच के लिए हरदा कलेक्टर को पत्र लिखा गया है साथ ही विभागीय जांच भी करने के निर्देश दिए गए हैं।
एसपी बिरदे ने बताया कि आरोपी संतोष काजले नाबालिग बालिका को मार्च में भगा कर ले गया था। तभी से फरार था। शनिवार रात सिराली पुलिस ने संतोष (23) को रेप और नाबालिग के अपहरण के आरोप में उसके घर से गिरफ्तार किया था। आरक्षक बाइक से न्यायालय में पेश करने के लिए सिराली थाने से उसे लेकर आ रहे थे। रविवार को उसे कोर्ट में पेश करने के लिए सिराली थाने का कांस्टेबल सरजू उइके व सुमित रावत बाइक पर बीच में बैठाकर हरदा ला रहे थे। वे दोपहर करीब 3 बजे मसनगांव रेलवे फाटक के पास पहुंचे। तभी 11038 अप पुणे-गोरखपुर सुपर फास्ट के आने का समय था। वह आरक्षकों को धक्का देकर भागा और चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश में में उसकी ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई।
वहीं, मृतक संतोष काजले के परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाया और कहा है कि थाने से उन्हें इस बात की सूचना नहीं दी गई थी कि रविवार को ही संतोष को न्यायालय ले जाया जा रहा है। पुलिस ने परिजनों को आज संतोष को अदालत में पेश करने की बात कही थी।