मौसम विभाग के पूर्वानुमान के विपरीत राजधानी शिमला में बर्फबारी शुरू हो गई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने पांच जनवरी तक प्रदेश में मौसम साफ रहने के आसार जताए थे लेकिन इसके विपरीत आज बर्फबारी हो रही है। राजधानी में बर्फबारी होते देख रिज पर उमड़े सैलानी खुशी में झूमने लगे। देखते ही देखते रिज पर बर्फ की चादर बिछ गई। राजधानी से सटे पर्यटन स्थल कुफरी में भी फाहे गिरे हैं। 13050 फीट ऊंचे रोहतांग दर्रा सहित कुल्लू व लाहौल की ऊंची चोटियों में साल 2020 का पहला ताजा हिमपात हुआ है।
रोहतांग में करीब 30 सेंटीमीटर, जलोड़ी दर्रा में 15 सेंटीमीटर तक ताजा बर्फ गिरी है। शुक्रवार रात को हुई बर्फबारी के बाद घाटी में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है ग्रामीण इलाकों में बर्फबारी से बिजली और पानी की आपूर्ति भी बाधित हुई है। घाटी के ऊंचाई वाले इलाकों में जनवरी की पहली बर्फबारी सेब बेल्ट तक पहुंची है। बर्फबारी सेब चिलिंग आवर्स के लिए वरदान मानी जा रही है। उम्दा सेब फसल के लिए 1200 से 1400 घंटे चिलिंग आवर्स आवश्यक होते हैं। बर्फबारी के बाद बागवान गदगद हैं। प्रदेश के चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र भरमौर व पांगी की ऊपरी चोटियों पर ताजा हिमपात हुआ है। बर्फबारी व बारिश से ठंड बढ़ गई है।