राहुल गांधी ने पाकिस्तान के ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर भीड़ के कथित पथराव और नारेबाजी की घटना की निंदा की. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि परस्पर सम्मान और प्रेम की बदौलत ही कट्टरता के जहर को खत्म किया जा सकता है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘ननकाना साहिब पर हमला निंदनीय है और इसकी खुल कर भर्त्सना करनी चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘कट्टरता खतरनाक है और यह बहुत पुराना जहर है जिसकी कोई सीमा नहीं होती. प्रेम, परस्पर सम्मान और समझ ही इस जहर को खत्म करती है.’
इस घटना के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुज्जफरनगर में कहा कि ऐसी किसी भी घटना की निंदा होनी चाहिए. उधर, पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुआ हमला मानवता के आदर्शों व धार्मिक मूल्यों को शर्मसार करने वाली घटना है. इस हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान की सरकार ज़िम्मेवार है. इस घटना की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. पाकिस्तान की सरकार ननकाना साहिब की सुरक्षा सुनिश्चित करे.’ कांग्रेस के कई अन्य नेताओं ने भी इस घटना की भर्त्सना की है.
वहीं, ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर पथराव का भारत सरकार ने कड़े शब्दों में निंदा की है. विदेश मंत्रालय ने पाक सरकार से आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग भी की. उधर, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से गुरुद्वारे में फंसे श्रद्धालुओं को निकालने के लिए अपील की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं अपील करता हूं कि पाक पीएम इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकलवाने में मदद करें.
शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि वह यह मामला अपने पाकिस्तानी समकक्ष के साथ उठाएं. विदेश मंत्रालय के मुताबिक पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सिख समुदाय के सदस्य पवित्र शहर ननकाना साहिब में हिंसक कृत्य के शिकार हुए हैं. पाकिस्तान के इस शहर में सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव का जन्म हुआ था.