पहाड़ों की रानी शिमला में हुई बर्फबारी अब जानलेवा बन गई है। शहर में बर्फ पर फिसलकर गिरने से करीब 20 लोग घायल होकर रिपन और आईजीएमसी अस्पताल उपचार करवाने पहुंचे, इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। टूटीकंडी में बर्फ पर फिसलकर घायल हुए व्यक्ति ने रिपन अस्पताल में दम तोड़ा। डॉक्टरों ने औपचारिकता पूरी कर शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
नेपाल का रहने वाला टीकाराम (45) टूटीकंडी में बुधवार शाम को बर्फ पर फिसलकर घायल हो गया था। पीड़ित का बेटा उसे उपचार के लिए जोनल अस्पताल डीडीयू लाया। यहां पर इमरजेंसी में घायल को उपचार दिया गया। आर्थो विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. अंशुल जैन ने बताया कि पीड़ित मरीज की दांयी टांग में फीमर फ्रेक्चर हुआ है। घायल का चिकित्सक की निगरानी में उपचार चल रहा था। इस बीच मरीज की मौत हो गई। गुरुवार को आर्थो की ओपीडी में हाथ, टांग और बाजू के फ्रेक्चर करके आए मरीजों की ओपीडी में भीड़ लगी रही। इनमें दो मरीजों को चिकित्सकों ने दाखिल किया। डॉक्टर का कहना है कि दोनों के ऑपरेशन होने है। दो लोग आईजीएमसी में आए। इनमें एक व्यक्ति लक्कड़ बाजार से आया। इसे प्राथमिक उपचार देकर घर भेजा गया। वहीं एक छात्रा भी चोटिल हुई है।
दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल (रिपन) में चंडीगढ़ की रिंपी, कालका की अनु, भूपेंद्र, फतेह, अभिराम, सतपाल, जोगिंद्र, प्रताप, सपना हारटा, विकास और हरीश, अंकित, कृष्णा के पैर, विधानसभा के ओमप्रकाश उपचार करवाने पहुंचे। इन मरीजों में किसी का हाथ, किसी उंगली तो किसी का बाजू फ्रेक्चर हुआ है। संदीप बाजू का फ्रेक्चर और सिरमौर की रहने वाली दीप्ति देवी टांग में हुए फ्रेक्चर की वजह से अस्पताल पहुंचे थे डीसी शिमला अमित कश्यप ने कहा कि बुधवार को ही सड़कों से बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया था लेकिन लगातार बर्फ और रात को जमी कोहरे की मोटी परतों से फिसलन बढ़ी है। उन्होंने लोगों और सैलानियों को आगाह किया कि रात को मौसम साफ रहता है, तो शुक्रवार सुबह फिर जोखिम बढ़ेगा, इसलिए सुबह के वक्त वाहनों में बाहर निकलने से परहेज करें।
पैदल चलने पर भी सावधानी बरतें। इसमें फिसलन और गिरने की संभावनाएं बनी रहेगी। शहर की मुख्य सड़कों से बर्फ हटाई जा चुकी है लेकिन रात को कोहरा जमने की स्थिति में सुबह करीब बारह बजे तक फिसलन की समस्या बरकरार रहेगी डीसी अमित कश्यप ने कहा कि अस्पतालों को जाने वाली सड़कों से बर्फ हटाकर रेत बिछाकर सुरक्षित बनाने का प्रयास किया है। इसके बावजूद गंभीर मरीज को अस्पताल पहुंचाने के लिए लोग हेल्पलाइन नंबर 1077 या पुलिस के टोल फ्री नंबर 100 पर संपर्क कर सकते हैं। ऐसे केस में पुलिस, या अग्निशमन के चैन लगे वाहनों से मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के निर्देश दिए हैं बताया कि सड़कों पर जमे कोहरे से फिसलन को कम करने को सुबह चार बजे रेत डालने का काम नगर निगम और लोनिवि के मजदूरों ने शुरू कर दिया था। सड़कों से बर्फ हटाने और बहाल करने को पूरा दिन प्रयास किए गए। पुलिस के चैन लगे वाहनों से भी फिसलन के कारण फंसे बुजुर्गों और पर्यटकों को सुरक्षित जगह पहुंचाने को निर्देश दिए हैं।