ऊना। दौलतपुर चौक अस्पताल में बीते शुक्रवार को ढाई वर्षीय बच्ची की अस्पताल के सेप्टिक टैंक में डूबकर हुई दर्दनाक मौत मामले की जांच डीएसपी अंब को सौंपी गई है। मामले को उलझता देख एसपी दिवाकर शर्मा ने हस्तक्षेप करते डीएसपी मनोज जंवाल को जांच का जिम्मा सौंपा है। डीएसपी नए सिरे से इस मामले की जांच करेंगे और पंद्रह दिन के भीतर एसपी को जांच रिपोर्ट सौंपेंगे।
गौरतलब है कि पुलिस ने प्रथमदृष्ट्या इस मामले में एक प्लंबर को नामजद किया है, जो अस्पताल में सीवरेज लाइन का रिपेयर करने आया था। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी विभागीय जांच में प्लंबर को इस हादसे के लिए जिम्मेदार माना है। लेकिन पहले प्लंबर और उसके बाद बच्ची के पिता का बयान सामने आने से यह मामला उलझकर रह गया है। प्लंबर का कहना था कि अस्पताल में सीवरेज के मेनहोल पहले से खुले थे। उधर सीएमओ की निरीक्षण रिपोर्ट में सामने आया है कि प्लंबर ने रिपेयर के बाद मेनहोल को ढक्कन से बंद नहीं किया। बहरहाल इस मामले में सच्चाई क्या है इसको लेकर क्षेत्र के लोगों में भी उत्सुकता बनी हुई है।
उधर बच्ची के पिता भूपिंद्र सिंह ने बयान दिया है कि इस मामले में अस्पताल प्रशासन दोषी है, न कि प्लंबर। फिलहाल, मामला फिर से जांच के अधीन है। एसपी दिवाकर शर्मा ने कहा कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए डीएसपी मनोज जंवाल को 15 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा है। इस मामले में निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी।