डाकघरों में 12000 निष्क्रिय पड़े खातों के धन को वरिष्ठ नागरिक कल्याण निधि में जमा किया जाएगा, जिसकी तैयारी डाक विभाग ने कर ली है। डाक विभाग के मंडी मंडल में 12000 ऐसे निष्क्रिय खाते हैं, इनमें पिछले दस सालों से किसी प्रकार का लेन-देन नहीं हुआ और न ही खाताधारकों ने इन खातों को चलाने में किसी प्रकार की दिलचस्पी दिखाई है। खाते खोलने के बाद इसमें पड़ी राशि पर किसी ने दावा नहीं किया है।
डाक विभाग ने विभागीय वेबसाइट पर ऐसे खातों का विवरण भी डाल दिया है। हालांकि, निष्क्रिय खाताधारकों को विभाग एक मौका दे रहा है। जमाकर्ता अपने संबंधित प्रधान डाकघर मंडी, सुंदरनगर टाउनशिप, कुल्लू, केलांग में अपनी पासबुक और दस्तावेज (आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता प्रमाण पत्र इत्यादि ) के साथ आकर अपनी लंबित पड़ी राशि का भुगतान प्राप्त कर सकता है अन्यथा इस राशि को वरिष्ठ नागरिक कल्याण निधि में जमा किया जाएगा। यह राशि लाखों में है।
मंडी डाक मंडल के प्रवर अधीक्षक आरके चौधरी ने कहा कि भारत सरकार की ओर से डाकघरों, बैंक आदि के साथ जमाकर्ताओं के बेदावा पड़े धन को प्रबंधन के लिए नियमों के तहत वरिष्ठ नागरिक कल्याण निधि नियम, 2016 में अधिसूचित किया है। इन नियमों के अनुसार ऐसे खाते जिसमें राशि बकाया है, 10 वर्षों से अधिक अवधि से निष्क्रिय या गैर संचालित हैं, उन खातों की राशि वरिष्ठ नागरिक कल्याण निधि में जमा होगी। मंडी मंडल में 12000 से अधिक निष्क्रिय खाते हैं। मंडी डाक मंडल के सभी उप डाकघरों और प्रधान डाकघरों के नोटिस बोर्ड पर यह सूची लगाई गई है।