बर्फबारी के बाद मौसम खुलते ही प्रदेश के बर्फीले इलाकों में सड़कों पर गिरी बर्फ शीशा बन गई है। अब हिमखंड गिरने का खतरा भी बन गया है। सुबह राजधानी शिमला के कई इलाकों में फिसलन से दिक्कतें पेश आईं। हिमाचल में अभी भी चार नेशनल हाईवे समेत 429 सड़कें बंद हैं। बिजली-पानी का संकट कई क्षेत्रों में अभी भी बरकरार है मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने पांच फरवरी तक मध्य पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान जताया है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में शुक्रवार और चार फरवरी को बर्फबारी के आसार हैं।
भरमौर-पठानकोट एनएच बकाणी के पास भारी भूस्खलन के कारण चट्टानें गिरने से गुरुवार सुबह यातायात के लिए बंद पड़ गया। जिले के दर्जन भर मार्ग भी भूस्खलन के कारण बंद हैं। जिला कुल्लू और लाहौल में मौसम खुलने से लोगों ने राहत की सांस ली है बंद सड़कों, बिजली ट्रांसफार्मरों और पानी की पेयजल स्कीमों को बहाल करने का कार्य शुरू हो गया है। हिमखंड गिरने को लेकर जिला प्रशासन ने अलर्ट किया हुआ है। राजधानी शिमला से गुरुवार को भी ऊपरी शिमला का संपर्क कटा रहा।
नारकंडा में भारी बर्फबारी के चलते बसों को वाया बसंतपुर ही रामपुर भेजा जा रहा है। जिला किन्नौर में भी कई सड़क मार्ग बंद पड़े हुए हैं। प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में गुरुवार को मौसम साफ रहा राजधानी शिमला में सुबह के समय धूप खिली। दोपहर बाद शहर में बादल छा गए। वीरवार को ऊना में अधिकतम तापमान 19.7, बिलासपुर में 18.5, हमीरपुर में 18.7, कांगड़ा में 18.1, सुंदरनगर में 17.3, नाहन में 16.4, सोलन में 15.5, भुंतर में 16.8, धर्मशाला में 9.2, शिमला में 7.3 और कल्पा में माइनस 0.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं जिला चंबा के बनीखेत से बगढ़ार जा रहे व्यक्ति की पुखरी गांव के पास बर्फ में फिसलने से मौत हो गई। मृतक की पहचान रत्न चंद पुत्र गंगू राम निवासी बगढ़ार के रूप में हुई है।