पश्चिम बंगाल से एक भयावह वीडियो सामने आया है, जिसमें एक महिला के पैरों को रस्सी से बांधकर सड़क पर घसीटते हुए भीड़ दिख रही है. इस भीड़ का नेतृत्व टीएमसी पंचायत नेता अमल सरकार कर रहा था. जब उसकी बहन ने इसका विरोध किया तो उसे भी धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया गया और उसके साथ मारपीट और गालीगलौच की गई. महिला का कसूर बस इतना था कि पंचायत द्वारा बनाई जा रही सड़क के लिए उनकी जमीन हथियाने का विरोध किया था. रविवार को टीएमसी के जिला प्रमुख अर्पिता घोष ने पंचायत नेता अमल सरकार को निलंबित करने का आदेश दे दिया. हालांकि, देर रविवार तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई. घटना दक्षिण दीनाजपुर जिले के फाटा नगर गांव की है.
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है, इसमें देखा जा सकता है कि मैरून रंग की मैक्सी पहने स्मृतिकोना दास को जमीन पर गिराकर पीटा जा रहा है. एक आदमी उसके पैरों में रस्सी बांधता है और बाकी लोग उसे सड़क पर घसीटना शुरू कर देते हैं. जब उसकी बड़ी बहन सोमा दास वहां पहुंची तो उसने भीड़ पर चिल्लाना शुरू किया. इसके बाद उसे भी जमीन पर गिराकर घसीटा गया और उसकी बहन के पास लाकर गिरा दिया.
महिलाओं के मुताबिक पहले उन्हें बताया गया था कि उनके घर के आगे 12 फीट चौड़ी सड़क बनाई जाएगी. इसके लिए वे जमीन देने के लिए तैयार हो गईं. लेकिन बाद में पंचायत ने तय किया कि सड़क की चौड़ाई 24 फीट होगी, ऐसे में उनकी ज्यादा जमीन जाती. जिसका उन्होंने विरोध किया था. लेकिन जब शुक्रवार को सड़क का काम शुरू किया गया तो महिलाओं ने इसका विरोध किया. जिस पर लोगों ने इकट्ठा होकर इनके साथ मारपीट की.
दोनों महिलाओं को अस्पताल ले जाया गया. बड़ी बहन सोमा दास जिसने अपनी बहन पर हुए हमले का विरोध किया था, उसे प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. स्मृतिकोना दास को इलाज के बाद शनिवार को डिस्चार्ज किया गया.स्मृतिकोना ने रविवार को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. इसमें उन्होंने ग्राम पंचायत उपाध्यक्ष अमल सरकार का नाम लिया है, जिसने हमला करने का निर्देश दिया था. स्मृतिकोना गांव के पास एक हाईस्कूल में टीचर हैं. वह अपनी मां के साथ रहती हैं. अपनी बेटियों को बचाने के लिए जब उनकी मां पहुंची तो कथित तौर पर उन्हें भी धक्का दिया गया.