पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में आयोजित होने वाले आईफा अवार्ड समारोह को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सोमवार को ट्वीट किया कि कांग्रेस सरकार पर सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है। अतिथि विद्वानों और उनके परिवार की पीड़ा दूर करने और उनका हक देने की बजाय करोड़ों रुपए आईफा अवॉर्ड की चकाचौंध पर उड़ाने के लिए सरकार बावली है। अतिथि विद्वानों के बच्चों और परिवार की हाय सरकार को ले डूबेगी। अतिथि विद्वान नियमितिकरण की मांग कर रहे हैं। चौहान ने कहा कि सरकार पहले प्रदेश की समस्याओं का हल करे।
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने आईफा अवार्ड पर सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि प्रदेश में दलितों, आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। कन्याएं अपनी गृहस्थी बसाने के लिए उपहार राशि का इंतजार कर रहीं है। सरकार गरीबों की योजनाओं को बंद कर रही है। वहीं दूसरी ओर आईफा अवार्ड के नाम पर सरकार वाहवाही में लगी हुई है। यह अवार्ड सरकार के नाकारापन, वादाखिलाफी और आदिवासियों पर बढते अत्याचारों का जश्न है।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि इंदौर में होने वाले आईफा अवार्ड से प्रदेश की ख्याति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचेगी। प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी। पर्यटन, उद्योग, व्यवासाय और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। प्रदेश में नया निवेश आएगा। भारत में दूसरी बार मुंबई के बाद यह आयोजन हो रहा है। इसे सुनकर प्रदेश के निवासी गौरान्वित महसूस कर रहे हैं। दूसरी और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव सिर्फ राजनीतिक आधार पर इस कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं और बेहद शर्मनाक तरीके से इसे नाचने गाने वाला बताकर अपनी सोच उजागर कर इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले हजारों लोगों का अपमान कर रहे हैं।