पठानकोट-मंडी फोरलेन के निर्माण की बाधाएं काफी हद तक दूर हो गई हैं। सामरिक महत्व की दृष्टि से अहम इस फोरलेन का निर्माण कार्य पांच चरणों में होगा। भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में टू लेन बनेगी। आने-जाने के रास्ते अलग-अलग रहेंगे।
दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में केंद्रीय भूतल एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के अलावा सीएम जयराम ठाकुर, सांसद रामस्वरूप और हिमाचल के एनएचएआई और लोनिवि के आला अधिकारी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किरतपुर-नागचला फोरलेन का मामला भी उठाया। जानकारी दी कि किरतपुर-नागचला फोरलेन का नया टेंडर हो गया है। मार्च में यह कार्य युद्धस्तर पर शुरू हो जाएगा।
बैठक में गडकरी ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह पठानकोट-मंडी फोरलेन का निर्माण कार्य शुरू करने की कवायद को अमलीजामा पहनाएं। सांसद रामस्वरूप शर्मा ने बताया कि इस दौरान भूभू जोत टनल और जलोड़ी जोत टनल के निर्माण को भी हरी झंडी दी गई है। जलोड़ी जोत और भूभू जोत के निर्माण को लेकर भी बैठक में निर्णय हुए।