राजधानी शिमला के बाद अब प्रीपेड टैक्सी को पूरे हिमाचल में चलाने की योजना है। प्रीपेड टैक्सी में यात्रियों को प्रति सीट बुकिंग की सुविधा मिलेगी। परिवहन विभाग एचआरटीसी के साथ मिलकर एक खास ऐप तैयार करेगा।
इस संदर्भ में आयुक्त परिवहन ने मंडी में विभिन्न ट्रांसपोर्ट यूनियनों से बैठक की। उन्होंने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में सीटों की बुकिंग की ऑनलाइन सुविधा पहले ही दी जा रही है। अब प्रीपेड और टैक्सी पुलिंग में भी यह सुविधा मिलेगी। इसके लिए समस्त निजी वाहन ऑपरेटर यूनियनों से बातचीत कर सॉफ्टवेयर तैयार किया जाएगा।
इसे शीघ्र लागू कर यात्रियों को टैक्सियों में एक-एक सीट बुक करने की भी सुविधा दी जाएगी। प्रारंभिक चरण में इसके लिए जिला मुख्यालयों में प्रीपेड टैक्सी बूथ स्थापित होंगे। पहले चरण में प्रीपेड टैक्सी सुविधा मिलेगी, बाद में मालवाहक वाहनों में भी इस सुविधा के लिए विचार किया जा सकता है। यदि परिवहन विभाग की कवायद रंग लाई तो पर्यटकों के अलावा आम जनता को भी फायदा पहुंचेगा। शहरों में इंटरस्टेट चलने वाली टैक्सियां मनमाने रेट पर सवारियां बैठाती हैं, इससे बाहरी राज्य से आने वाले पर्यटकों से लूट हो रही है।
परिवहन विभाग के आयुक्त कैप्टन जेएम पठानिया ने मंगलवार को सड़क सुरक्षा पर आयोजित एक दिवसीय जागरूकता शिविर की अध्यक्षता की। कहा कि ऑपरेटर रोड सेफ्टी को कल्चर के रूप में अपनाएं। हिमाचल को जीरो चालान, जीरो एक्सीडेंट राज्य बनाएं। पठानिया ने बताया कि हर तीन माह बाद रोड सेफ्टी अभियान चलाने के बावजूद तीन हजार से अधिक सड़क दुर्घटनाएं प्रतिवर्ष हो रही हैं। 1200 से अधिक व्यक्ति अपनी जान गंवाते हैं। 500 से अधिक व्यक्ति दिव्यांग हो रहे हैं। रणनीति में बदलाव की जरूरत है। अब हर दिन रोड सेफ्टी और हर सप्ताह रोड सेफ्टी वीक के रूप में होगा और यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक इसे कल्चर के रूप में नहीं अपनाया जाता है।