भोपाल रेलवे स्टेशन, अक्टूबर में प्लेटफॉर्म नंबर 6 की ओर नई बिल्डिंग की शुरुआत हुई। लागत करीब 6 करोड़ रुपए। लेकिन 4 महीने बीत जाने के बाद भी यहां यात्री सुविधाओं का अभाव है। इस बिल्डिंग में पैसेेंजर लाउंज, फूड कोर्ट और बजट होटल जैसी शुरू होनी थी, ताकि सफर के दौरान यात्रियों को राहत मिल सके।स्टेशन बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर वीआईपी लाउंज, फर्स्ट फ्लोर पर फूड कोर्ट और सेकंड फ्लोर पर बजट होटल के लिए रेलवे और आईआरसीटीसी के बीच करीब चार साल पहले अनुबंध हुआ था।
इस बिल्डिंग को आईआरसीटीसी नहीं ले रहा है। आईआरसीटीसी के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें जितनी जगह की जरूरत थी रेलवे उससे ज्यादा जगह देना चाहता है। इसलिए मामला अटका हुआ है। उधर, रेल अधिकारियों का कहना है कि जल्द मामला सुलझने जा रहा है। रेल सूत्रों के अनुसार आईआरसीटीसी द्वारा इस बिल्डिंग का उपयोग इसलिए नहीं किया जा रहा है कि यहां यात्रियों की संख्या कम है।
सूत्रों के मुताबिक आईआरसीटीसी प्लेटफॉर्म नंबर 6 की ओर इसलिए भी ये सुविधाएं शुरू नहीं करना चाहता क्योंकि यहां पर सिर्फ 6 ट्रेनें रुकती हैं। अफसरों का मानना है कि प्लेटफॉर्म नंबर 1 की ओर ज्यादा ट्रेनें रुकने से वहां यात्रियों की आवाजाही अधिक होती है, इसलिए उन्हें ज्यादा फायदा होता है। प्लेटफॉर्म नंबर एक की ओर फूड प्लाजा है। जबकि आंकड़ों के मुताबिक प्लेटफॉर्म नंबर 6 की ओर से ही सबसे अधिक आवाजाही होती है।
आईआरसीटीसी के डीजीएम नवीन अरोरा बोले- आईआरसीटीसी को जितनी जगह चाहिए, रेलवे उससे काफी ज्यादा दे रहा है। इस वजह से पैसेंजर लाउंज, फूड कोर्ट जैसी सुविधाओं को उपलब्ध करवाने में देरी हो रही है। इस मामले में रेलवे के साथ पत्र व्यवहार भी चल रहा है, जल्द मामला सुलझ जाएगा। भोपाल स्टेशन के डायरेक्टर केएन द्विवेदी बोले- रेलवे चाहता है कि यात्रियों को प्लेटफॉर्म नंबर-6 की ओर जल्द से जल्द वीआईपी लाउंज, फूड कोर्ट जैसी सुविधाएं मिलें। इसके लिए आईआरसीटीसी के साथ पत्र व्यवहार व बातचीत का सिलसिला जारी है। जल्द समस्याएं दूर हो जाएंगी।