Home मध्य प्रदेश स्कूलों में आने से छात्र डरें नहीं, इसलिए चिढ़ाने पर लगाया जाए...

स्कूलों में आने से छात्र डरें नहीं, इसलिए चिढ़ाने पर लगाया जाए प्रतिबंध…

2
0
SHARE

प्रदेश भर की प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में निर्भीक वातावरण बनाए रखने के लिए अगले सत्र से नई व्यवस्था लागू की जा रही है। इसके तहत शिक्षकों की जिम्मेदारी होगी कि वह छात्रों को चिढ़ाने, डराने और धमकाने जैसी प्रवृत्तियों को प्रतिबंधित करें ताकि छात्र निर्भीक होकर स्कूल आएं और स्कूल का वातावरण अच्छा रहे।

इसके अलावा पूरी साल छात्रों को सिखाया जाएगा कि वह विभिन्न प्रकार के खतरों में फंसने के बाद कैसे खुद को उसमें से निकालेंगे। ऐसे खतरों की सूची बनाई जाएगी और साल भर इनसे बचने के तरीके भी छात्रों को सिखाए जाएंगे। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र की संचालक आईरिन सिंथिया जेपी ने सभी जिलों के कलेक्टर को पत्र भेजा है। इसके अलावा स्कूल में शाला सुरक्षा डिस्प्ले बोर्ड भी लगाना होगा।

स्कूल समाप्ति के पश्चात् कोई भी छात्र स्कूल की बिल्डिंग में कैंपस में नहीं रह जाए। छात्र और शिक्षक स्कूल की सुरक्षा के संबंध में एक दिन आवश्यक रूप से चर्चा करेंगे।  स्कूल में सामान्य रूप से स्वस्थ और निर्भीक वातावरण निर्मित किया जाए तथा चिढ़ाने, डराने-धमकाने जैसी प्रवृत्तियों पर अंकुश लगाया जाए। स्कूल में छात्रों को भूकंप, बाढ़, आगजनी एवं भगदड़ की स्थिति से निपटने के लिए समय-समय पर मॉकड्रिल भी करवाई जाए। स्कूल में सुरक्षा पेटी रखी जाए। स्कूल के सुरक्षा बोर्ड पर चाइल्ड हेल्प लाइन, फायर ब्रिगेड, पुलिस कंट्रोल रूम, हॉस्पिटल, राज्य हेल्पलाइन के फोन नंबर लिखे होना चाहिए।

शीतलहर के खतरे और बचाव के उपाय। भूकंप के संदर्भ में कौशल विकास एवं प्रशिक्षण अभ्यास।बाल अधिकार एवं बाल शोषण के बारे में जानकारी। कुपोषण से होने वाली परेशानियों और उनके संबंध में जानकारी।शॉर्ट सर्किट से लगी आग सें बचाव के संबंध में जानकारी। लू और उससे बचाव तथा खतरों के बारे में जानकारी। शाला सुरक्षा समिति का गठन। लू और उससे बचाव तथा खतरों के बारे में जानकारी। खतरों की सूची तैयार कर अभ्यास का कार्यक्रम तैयार करना। शाला सुरक्षा की योजना बनाना। शाला सुरक्षा दिवस का आयोजन। बिजली गिरने के खतरे और उपाय बताना। बाढ़ से बचाव हेतु कौशल विकास, प्रशिक्षण ।  विषैले जीव-जंतुओं से बचाव हेतु कौशल विकास, प्रशिक्षण।पर्यावरण, जल एवं भूमि संरक्षण की जानकारी। कुपोषण से होने वाली परेशानियो एवं उसके समाधान के संदर्भ में। दशहरा, छठ, मोहर्रम आदि पर्वों में भीड़, भगदड़ संबंधी जोखिम तथा बचाव। मच्छरों से होने वाली बीमारियों से बचाव की जानकारी।भूकंप के संदर्भ में कौशल विकास एवं प्रशिक्षण तथा अभ्यास। बाल अधिकार, बाल शोषण के संदर्भ में जानकारी।शीतलहर से खतरे एवं उससे बचाव के उपाय के बारे में जानकारी। पेड़-पौधों के संरक्षण के बारे में जानकारी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here