भाजपा ने गुरुवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेज प्रताप द्वारा की गई टिप्पणी को महिला विरोधी बताते हुए निशाना साधा. तेज प्रताप ने दोनों नेताओं से अपने नाम से कुमार हटाकर ‘कुमारी’ लगाने को कहा था. राजद नेता लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यहां संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर(एनपीआर) विरोधी रैली में नीतीश कुमार की अगुवाई वाले जदयू और भाजपा की आलोचना कर विवादों में घिर गए. नीतीश ने जुलाई 2017 में राजद से नाता तोड़कर राज्य में भाजपा के साथ सरकार बना ली थी.
यादव ने यहां कहां ”मेरे पिता ने उनका नाम पलटूराम रखा था, इसलिए मैं कहता हूं कि नीतीश कुमार अब नीतीश कुमारी हैं और ‘भगवा झंडा’ वाले सुशील कुमार मोदी अब सुशील ‘कुमारी’ मोदी हैं. उनमें हमारे सामने आने की हिम्मत नहीं है…इसलिए वे अपने घरों में चूड़िया पहनकर बैठे हैं.’
राजद की यह रैली मसौढी में बुधवार देर रात हुई और स्थानीय टीवी चैनलों द्वारा इसकी वीडियो क्लिप प्रसारित की गई. तेजप्रताप की टिप्पणियों से खफा भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने राजद नेता से माफी की मांग की. उन्होंने यादव को उनकी पत्नी द्वारा लगाए गए घरेलू हिंसा के आरोपों की याद दिलाई. आनंद ने कहा कि ‘तो क्या तेज प्रताप यह कहना चाहते हैं कि जिनके नाम के साथ कुमारी लगा होता है और जो चूड़ियां पहनती हैं, क्या वे सम्मान के हकदार नहीं हैं? उनकी बेतुकी टिप्पणिय़ों और उस पर उनके समर्थकों से मिली प्रशंसा इस बात का प्रमाण है कि राजद में गलतफहमियां गहरे तक जड़ें जमा चुकी है. ‘ उन्होंने कहा कि राजद नेता की ‘महिला विरोधी’ टिप्पणियां उनकी पत्नी द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों को सही साबित करती हैं. उन्होंने यादव से मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री से माफी की मांग की.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अगर वह अपने पिता की नकल करने की कोशिश कर रहे हैं तो वह समझ लें कि वह खुद भी एक दिन उन्हीं की तरह जेल पहुंच जाएंगे. राजद विधायक चंद्रिका राय की पुत्री ऐश्वर्या राय से तेजप्रताप की मई 2018 में शादी हुई थी, लेकिन छह माह बाद ही तलाक के लिए याचिका दायर की गई.राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने भी युवा नेता की टिप्पणी से असहमति जाहिर की. उन्होंने कहा कि यह ठीक नहीं है. राजनीति में अपमानजनक टिप्पणियों का कोई स्थान नहीं होना चाहिए.जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि टिप्पणियां बेतुकी हैं और कई वरिष्ठ राजद नेता शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं.